सिरसा के क्यूब साल्वर रूबिक लविश सहारन का इंडिया बुक आफ रिकार्ड में नाम हुआ दर्ज
पंचायती राज में एसडीएम कालुराम के पौत्र लविश सहारन ने मदर्स प्राइड प्राइमरी स्कूल सिरसा रेनबो क्लास में रूबिक क्यूब सीखा। उन्होंने पांच मिनट में अधिकतम दो-दो रूबिक क्यूब हल किया और छह साल की उम्र में एशिया बुक इंडिया बुक्स और ओएमजी बुक आफ रिकार्ड्स में रिकार्ड बनाया।
जागरण संवाददाता, सिरसा: बच्चे प्रतिभा के धनी होते हैं, कब, काैनसा बच्चा क्या कारनामा कर डाले कह पाना मुश्किल है। सिरसा के एक छोटे से बच्चे ने भी ऐसा ही काम कर दिखाया है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण सेक्टर 20 पार्ट 2 निवासी विनय निशा सहारन के बेटे लविश सहारन ने क्यूब साल्वर रूबिक में इंडिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज किया है। पंचायती राज में एसडीएम कालुराम के पौत्र लविश सहारन ने मदर्स प्राइड प्राइमरी स्कूल सिरसा, रेनबो क्लास में रूबिक क्यूब सीखा। उन्होंने पांच मिनट में अधिकतम दो-दो रूबिक क्यूब हल किया और छह साल की उम्र में एशिया बुक, इंडिया बुक्स और ओएमजी बुक आफ रिकार्ड्स में रिकार्ड बनाया।
लविश सहारन के माता पिता विनय व निशा ने बताया कि लाक डाउन के बाद बच्चे स्कूल बंद होने पर बोरियत महसूस करने लगे। इसी को लेकर रेनबो क्लास के बारे में पता चला। वहां पर लविश ने पांच माह में ही रूबिक क्यूब हल करना क्लास में सीख लिया। उसके अध्यापक राकेश कुमार ने प्रशिक्षण दिया। इसी की बदौलत पांच मिनट में अधिकतम दो दो रूबिक क्यूब हल किया और छह साल की उम्र में एशिया बुक, इंडिया बुक्स में नाम दर्ज करवाया है। इससे हमें अपने बेटे पर गर्व है। क्यूब में अलग अलग रंग के बाक्स होते हैं। जिन्हें एक लाइन में सेट करना होता है। क्यूब बिगड़ने के बाद इसे लाइनबद्ध करना बेहद जटिल काम होता है, मगर कम समय में तो इसे करना और भी मुश्किल काम रहता है।
इंडिया बुक आफ रिकार्ड में लविश सहारन की इस उपलब्धि पर स्वजनों के साथ उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मिलने पहुंचे। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इंडिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज करवाकर लविश ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर राजेंद्र कुमार, अनिल कासनियां, बलराम, हनुमान कासनियां, सुरेश शर्मा व योगेश शर्मा मौजूद रहे।