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Crop Destroyed: सिरसा में किसानों ने अधिकारियों पर लगाए लापरवाही के आरोप, नकली बीज के कारण फसल खराब

सिरसा में किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि फसलों का नुकसान नकली बीज के कारण हुआ है। डीसी ने किसानों को लापरवाह अधिकारियों और बीज कंपनी के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 07:19 PM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 07:19 PM (IST)
Crop Destroyed: सिरसा में किसानों ने अधिकारियों पर लगाए लापरवाही के आरोप, नकली बीज के कारण फसल खराब
फतेहाबाद में किसानों ने डीसी को ज्ञापन सौंपा।

फतेहाबाद, जागरण संवाददाता। फतेहाबाद के अधिकांश गांवों में बारिश से फसलें खराब हो गई थी। जिन गांवों में फसल बारिश से खराब नहीं हुई। उन गांवों की फसलों में सूंडी का प्रकोप बढ़ गया है। नरमे की फसल तो पूरी तरह सूंडी से बर्बाद गई। शुक्रवार दोपहर को भिरडाना, दरियापुर, भूथनकलां व माजरा सहित कई गांवों डीसी महावीर कौशिक से मिलकर कृषि विभाग के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दी।

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कृषि विभाग के अधिकारियों पर लगाए लापरवाही के आरोप

किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नकली बीज विक्रेताओं पर कार्यवाही और नुकसान से भरपाई की मांग की है। वहीं डीसी ने किसानों को लापरवाह अधिकारियों और बीज कंपनी के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन दिया है। भिरडाना के किसान राजेश कुमार, पवन बिश्नोई, कृष्ण कुमार, बलवीर, विकास, अमित खिलेरी, दलीप सिंह, मदनलाल, धर्मपाल, ओमप्रकाश, नरसीराम, मनफूल सिंह व संजय सिंवर दरियापुर आदि ने कृषि विभाग के अधिकारियों पर मिलीभगत के आरोप लगाते हुए बताया की जिलेभर मे नकली बीज और दवाओं की बिक्री जोरों पर है।

उन्होंने कहा कृषि विभाग के अधिकारी किसानों की सुध लेने की बजाए हमेशा ही बीज विक्रेताओं पर मेहरबान रहे हे। अधिकारियों को जो टारगेट मिलते है। उसी के अनुरूप सही से सेंपल नहीं भरते। ऐसे में गड़बड़ी हो रही है। जब बीटी नरमे में सूंडी का प्रकोप आ रहा है तो सरकार कपंनियों व अधिकारियों पर कार्रवाई करें, तभी नरमा उत्पादक किसान को भविष्य में राहत मिलेगी।

धान की फसल में भी अनेक बीमारियां, नहीं हो रहा समाधान 

किसानों ने बताया की धान की फसल मे कुछ समय पहले बकाणी (झंडा) रोग आ गया था। जिसके बाद हमने बीमारी की रोकथाम के लिए खेत मे कीटनाशक का छिड़काव किया। खेत मे स्प्रे के बाद भी बीमारी पर कोई नियंत्रण नहीं था। कुछ दिन बाद जिस बीज कंपनी से बीज खरीदा था उन्होंने हमारे खेत में आकर माना की हमारी गलती की वजह से किसानों का यह नुकसान हुआ है। गांव भिरड़ाना किसान राजेश ने बताया की उसकी 16 एकड़ धान की फसल मे इस बीमारी के कारण 40 प्रतिशत नुकसान हुआ है। जिसके बाद हमने इसकी सूचना कृषि विभाग के अधिकारियों को दी लेकिन विभाग के अधिकारियों ने हमारी बात को अनसुना करते हुए बीज कंपनी का पक्ष लिया है। किसानों का कहना है की कृषि विभाग के अधिकारियों और नकली बीज विक्रेताओं पर कार्यवाही की जाए।

खूब बिक रहा नकली बीज और कीटनाशक

शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्र मे नकली बीज और दवाओं की बिक्री जोरों पर है। कुछ कीटनाशक विक्रेता किसानों को लालच देकर एक्सपायरी डेट की दवाएं कम दामों पर बेच रहे है। कई बार फसल का नुकसान भी हो जाता है। किसानों का आरोप है की इस बार विभाग की और से छापेमारी भी नहीं की गई है। जिन दवाओं का सेंपल लेना होता है वे टारगेट पूरा करने के लिए अधिकारियों के कार्यालय में ही दवा विक्रेता दे जाते है। अधिकारी दुकानों पर जाकर सेंपल नहीं लेते।

हम नियमित तौर पर भरते है सेंपल : पूनिया

किसानों को गलतफहमी है। हम नियमित समय पर छापेमारी करके मार्केट में जो गलत दवाएं या बीज बेच रहे है उनपर कार्यवाही कर रहे है। बीते दिनों बडोपल और भूना में भी हमने कार्यवाही की थी। बाकि अब जो शिकायत दी है उसपर भी तुरंत एक्शन लिया जाएगा।


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