सुजिद्र पर फायरिग के मामले में गैंगस्टर विनोद काणा को प्रोडक्शन वारंट पर लाई सीआइए, दो दिन के रिमांड पर लिया
पिछले वर्ष दीपावली से एक दिन पहले आजाद नगर की मेन गली में शराब कारोबारी सुजिद्र पर फायरिग के मामले में सीआइए टीम साजिशकर्ता थुराना गैंग के थुराना निवासी विनोद काणा को करनाल जेल से प्रोडक्टन वारंट पर लेकर आई है। मामले में पुलिस ने सोमवार को विनोद काणा को अदालत में पेश किया। जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर लिया है।
जागरण संवाददाता, हिसार: पिछले वर्ष दीपावली से एक दिन पहले आजाद नगर की मेन गली में शराब कारोबारी सुजिद्र पर फायरिग के मामले में सीआइए टीम साजिशकर्ता थुराना गैंग के थुराना निवासी विनोद काणा को करनाल जेल से प्रोडक्टन वारंट पर लेकर आई है। मामले में पुलिस ने सोमवार को विनोद काणा को अदालत में पेश किया। जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर लिया है। पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित विनोद काणा ने सुजिद्र पर शराब ठेके छोड़ने का दबाव बनाया था, उसके न मानने पर उस पर फायरिग कर हत्या करने का प्रयास किया था। पुलिस दो दिन के रिमांड के दौरान गैंगस्टर विनोद काणा से मामले में पूछताछ करेगी और इस मामले में संलिप्त अन्य साथियों का पता लगाने की कोशिश करेगी। इससे पहले पुलिस मामले में फायरिग करने वाले आरोपितों को जेल भेज चुकी है। मामले में सुजिद्र के भाई विनोद कुमार की शिकायत पर आजाद नगर थाना में केस दर्ज किया गया था। विनोद ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि वह आजाद नगर की मेन गली में मोडर्न मेगा स्टोर का सचांलक है। तीन नवंबर को शाम चार बजे शाम को वह उसके स्टोर के आगे खड़ा था। उसका बड़ा भाई सुजिद्र भी स्टोर के आगे उससे करीब 25 कदम की दूरी पर खड़ा था। उस दौरान वहां एक मोटरसाइकिल पर दो बदमाश युवक आए और उसके भाई सुजिद्र पर पिस्तौल से ताबड़तोड़ फायर किए, जिससे सुजिद्र गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे घायलावस्था में शहर के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया था। जहां आपरेशन करके उसके शरीर से गोलियां निकाली गई थी। विनोद काणा पर हत्या और हत्या प्रयास के करीब 40 केस दर्ज है।
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इससे पहले इन आरोपितों को भेजा गया जेल -
मामले में आरोपित लुदास निवासी मुकेश उर्फ मोनू, फतेहाबाद के दहमान निवासी कुलदीप, नरवाना के दनौदा निवासी सागर को हिसार पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने अदालत से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर छह दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि बीकानेर जेल में बंद बालसमंद निवासी सज्जन के कहने पर उन्होंने सुजिद्र पर फायरिग की थी। असलाह भी सज्जन ने ही उन्हें मध्यप्रदेश से उपलब्ध करवाया था।