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दंपती और डेढ़ साल की बच्‍ची का आज पोस्‍टमार्टम, पत्नी करती थी नौकरी, बेटी को संभालता था पिता

टोहाना के नया बाजार में बुधवार रात मकान में दंपती व बच्ची का शव मिलने के बाद पुलिस घटना की आत्महत्या व हत्या के एंगल से जांच कर रही है। कमरे के अंदर कोई आ जा नहीं सकता था ऐसे में पति पर ही हत्या का अंदेशा है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 12:06 PM (IST)Updated: Thu, 12 Nov 2020 12:06 PM (IST)
दंपती और डेढ़ साल की बच्‍ची का आज पोस्‍टमार्टम, पत्नी करती थी नौकरी, बेटी को संभालता था पिता
मृतका महिला और बच्‍ची का फाइल फोटो

फतेहाबाद, जेएनएन। फतेहाबाद के टोहाना में मिले दंपती और डेढ़ साल की बच्‍ची के शव का आज पोस्‍टमार्टम करवाया जाएगा। पति फंदे पर झूलता मिला तो पत्‍नी और बच्‍ची की लाश फर्श पर पड़ी मिल‍ी थी। बुधवार रात इस घटना की जानकारी मिली। टोहाना के नया बाजार में घटी घटना ने एक हंसते-खेलते परिवार को अंधेरे के भंवर में धकेल दिया। बुधवार रात मकान में दंपती व बच्ची का शव मिलने के बाद पुलिस घटना की आत्महत्या व हत्या के एंगल से जांच  कर रही है।

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कमरे के अंदर कोई आ जा नहीं सकता था ऐसे में पति पर ही हत्या का अंदेशा लगाया जा रहा है। लेकिन यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। पत्नी अंजू की जिम्मेदारी ये थी कि वो नौकरी करे और पति सुनील कुमार दिनभर अपने घर में रहता और अपनी डेढ़ साल की बच्ची की देखभाल करता था। पड़ोसी भी दंपती के प्यार को देखकर खुश थे। पड़ोसियों की माने तो कभी भी दोनों के बीच झगड़ा नहीं हुआ। बल्कि अंजू सुबह 8 बजे स्कूल निकल जाती तो सुनील कुमार दिनभर कभी घर के अंदर तो कभी घर के बाहर अपनी बच्ची को लेकर जाता था। दंपती में इतना प्यार था कि पड़ोसियों को भी अंदेशा नहीं था कि वो इतना बड़ा कदम उठा लेंगे।

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डेढ़ साल पहले आए थे टोहाना

भिवानी के गांव देवसर निवासी 32 वर्षीय सुनील कुमार अपनी 32 वर्षीय पत्नी अंजू व बच्ची के साथ डेढ़ साल पहले टोहाना रहने के लिए आया था। अंजू सरकारी अध्यापक थी। ऐसे में उसका तबादला हैदरवाला में हुआ था। लेकिन एक साल पहले उसने अपना तबादला दीवाना गांव के सरकारी स्कूल में करवा लिया। उस समय वे टोहाना के नए बस स्टैंड के पास बने एक मकान में रहते थे। इसी दौरान लॉकडाउन लग गया तो वो अपने गांव चले गए। जब स्कूल लगे तो वो अपने पुराने मकान में आ गए। लेकिन कोरोना होने के कारण मकान के मालिकों ने दूसरा कमरा देखने के लिए कहा। तभी से वो नया बाजार में आ गए।

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साथी अध्यापकों ने स्कूल जाने के लिए मंजू को किया था

पड़ोसियों की माने तो सुनील व अंजू मंगलवार रात 8 बजे से नजर नहीं आए। हालांकि शाम साढ़े सात बजे सुनील अपनी बच्ची के साथ बाहर देखा गया। लेकिन बुधवार दिनभर कोई कमरे से बाहर नहीं आया। वहीं दीवाना के स्कूल में टोहाना से अनेक अध्यापक जाते हैं। अंजू भी उन्हीं की गाड़ी में सवार होकर जाती थी। साथी अध्यापकों ने सुबह 8 बजे फोन भी अंजू को किया था लेकिन फोन नहीं उठाया। अगर साथी अध्यापक अंजू के घर तक आ जाते तो हो सकता था कि किसी की जान भी बच सकती थी। लेकिन कयास लगाया जा रहा है घटना मंगलवार रात की है।

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मोबाइल कॉल डिटेल से खुलेगा राज

पुलिस सुनील कुमार के पूरे घर की छानबीन कर रही है। पुलिस पता कर रही है कि कहीं से कोई सुसाइड नोट मिल जाए। लेकिन प्राथमिक दृष्ट से ऐसा कुछ नहीं मिला है। अब पुलिस मोबाइल कॉल डिटेल के सहारे ही इस गुत्थी को सुलझाएगी। सुनील व अंजू के मोबाइल से ही पता चल सकेगा कि सुनील ने पत्नी व बच्ची की हत्या की है या नहीं।

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हमें घर से कुछ नहीं मिला है। अलग-अलग स्थानों पर शव ही मिले। टीम जांच कर रही है।

बिरम ङ्क्षसह, डीएसपी फतेहाबाद।


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