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कोरोना के साथ खांसी-जुकाम के मरीज भी बढ़े, अधिक सजगता जरूरी, बरतें ये सावधानियां

कोरोना के साथ-साथ मौसमी बीमारियों से ग्रस्त होने के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। डाक्टरों के मुताबिक इस समय जरा सी लापरवाही से सर्दी खांसी जुकाम और बुखार हो सकता है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 03:58 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 03:58 PM (IST)
कोरोना के साथ खांसी-जुकाम के मरीज भी बढ़े, अधिक सजगता जरूरी, बरतें ये सावधानियां
कोरोना के साथ खांसी-जुकाम के मरीज भी बढ़े, अधिक सजगता जरूरी, बरतें ये सावधानियां

हिसार, जेएनएन। इन दिनों कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है। अकेले हिसार जिले में हर दूसरे दिन 100 से ज्यादा कोरोना के मरीज मिल रहे हैं। संक्रमितों की संख्या बढऩे से स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है। दूसरी तरफ कोरोना के साथ-साथ मौसमी बीमारियों से ग्रस्त होने के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। डाक्टरों के मुताबिक इस समय जरा सी लापरवाही से सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार हो सकता है। ऐसे में सांस की तकलीफ भी बढ़ सकती है। इसके अलावा मच्छर जनित बीमारियां डेंगू, मलेरिया, भी पांव पसार रही हैं। स्वास्थ्य विभाग ने नगरीय व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए है।

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डाक्टरों के अनुसार, मौसमी फ्लू के कई लक्षण कोरोना से भी मिलते जुलते हैं। गौरतलब है कि जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 3313 पहुंच गई। सिविल अस्पताल में मौसमी बीमारियां जैसे खांसी, जुकाम, बुखार के केस बढ़ रहे है। यहीं लक्षण कोरोना में भी होते है, इसलिए चिकित्सक भी सावधानी पूर्वक दोनों तरह के मरीजों के उपचार में लगे है।

संक्रमण के लक्षण -

- सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश होने के साथ सूखी खांसी, मांसपेशियों में दर्द व बुखार

- सामान्य फ्लू के लक्षण

- जुकाम (नाक बहना), बुखार- खांसी, सिरदर्द, आंखों का लाल पडऩा व खुजली होना आदि।

ऐसे करें बचाव -

चिकित्सकों के अनुसार इस मौसम में कोल्ड ङ्क्षड्रक, आइसक्रीम जैसी चीजें बिल्कुल न खाएं। साथ ही आसपास साफ-सफाई रखें। कहीं भी पानी जमा न होने दें। संतुलित आहार लें। बेवजह बाहर न जाएं।

सतर्कता बरतें -

सिविल अस्पताल में फिजिशयन डा. ज्ञानेंद्र ने बताया कि बाजार समेत हर प्रतिष्ठान खुल गया है। शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति रहती है। ऐसे में वायरस की चपेट में कभी भी कोई भी आ सकता है। इस स्थिति में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। खासतौर पर डायबिटीज जैसी बीमारी से पीडि़त व्यक्ति को अधिक सचेत रहने की आवश्यकता है।

डाक्टर का परामर्श -

शारीरिक दूरी बहुत जरूरी है। समूह में कतई न बैठे।

एसी का उपयोग न करें तो अच्छा रहेगा, क्योंकि एसी संक्रमण को बढ़ाता है।

यह ध्यान देना बहुत जरूरी है कि जो भोजन ले रहे हैं, वह अच्छी तरह से पका है या नहीं।

फ्रिज में रखा भोजन न करें।

ताजा घर में बना भोजन ही करें। फास्ट फूड से बचें।

इन दिनों संक्रमण अधिक है, जिसे देखते हुए प्रोटीनयुक्त भोजन जैसे दाल, सोयाबीन, अंडा, पनीर, दूध और दूध के उत्पादों का सेवन ज्यादा करें। प्रतिरोधक क्षमता ठीक रहेगी।

डायबिटीज के रोगी व ऐसी दवा लेने वाले रोगी, जिनसे प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, वह रोगी खुद को किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचाने की हर संभव कोशिश करें।

लक्षण दिखे तो तूरंत कराए कोरोना टेस्ट

अगर सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार जैसे लक्षण उभरते हैं तो तत्काल कोरोना जांच कराएं। यह जांच छह दिनों के भीतर करा लेनी चाहिए। इससे घर के अन्य सदस्यों में संक्रमण फैलने का खतरा कम होगा। लक्षण प्रतीत होते ही होम आइसोलेशन हो जाएं। रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो चिकित्सीय सलाह लेकर देखरेख में दवाएं लें। निमोनिया की स्थिति में भी ङ्क्षजक, कैल्शियम और विटामिन सी की खुराक लेते रहें। इससे कोई नुकसान नहीं होता है। यह वायरल संक्रमण में फायदेमंद होती हैं। होम आइसोलेशन में हैं तो मुंह से भाप लें। नमक-पानी का गरारा करें। खूब पानी पिएं।


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