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फतेहाबाद में नरमा का भाव 8040 पहुंचा, पिछले कई सालों का टूटा रिकार्ड, फिर भी किसान मायूस

नरमा का भाव लगातार बढ़ रहा है लेकिन किसान मायूस है। मायूस होने का मुख्य कारण नरमा का उत्पादन न होना है। पिछले साल जिले में नरमा की औसत 25 मण प्रति एकड़ थी लेकिन इस बार यह गिरकर महज 8 एकड़ रह गई है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 02:23 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 02:46 PM (IST)
फतेहाबाद में नरमा का भाव 8040 पहुंचा, पिछले कई सालों का टूटा रिकार्ड, फिर भी किसान मायूस
फतेहाबाद में किसान मंडी में नरमा की फसल बेचने के लिए जाते हुए।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। जिस वस्तु का उत्पादन कम हो जाता है उसकी कीमत लगातार बढ़ती जाती है। ऐसा ही नरमा के साथ हो रहा है। इस बार गुलाबी सुंडी व बरसात के कारण जिले में नरमा की फसल 80 फीसद तक खराब हो चुकी हैं। यही कारण है कि अब नरमा आठ हजारी हो गया है। शनिवार को जिले में नरमा का भाव 8040 प्रति क्विंटल दर्ज किया गया है। किसानों व व्यापारियों की माने तो इससे पहले इतना भाव कभी नहीं देखा। आफ सीजन में नरमा का भाव 7 हजार प्रति क्विंटल तक गया था जो इस बार तो सारे रिकार्ड ही तोड़ दिए। 

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किसानों के चेहरे पर दिख रही मायूसी

नरमा का भाव लगातार बढ़ रहा है, लेकिन किसान मायूस है। मायूस होने का मुख्य कारण नरमा का उत्पादन न होना है। पिछले साल जिले में नरमा की औसत 25 मण प्रति एकड़ थी, लेकिन इस बार यह गिरकर महज 8 एकड़ रह गई है। 8 एकड़ में केवल किसानों का खर्च भी मुश्किल से पूरा होगा। इस कारणों किसानों चेहरों पर रौनक गायब है। व्यापारियों की माने तो अगर मार्केट में काटन की ऐसी ही डिमांड बढ़ती गई तो भाव 10 हजार क्विंटल को पार कर जाएगा। 

त्योहारी सीजन में बाजार में मंदी 

नवरात्र शुरू होने के साथ ही त्योहारी सीजन शुरू हो जाता है। नवरात्र पर्व के साथ दशहरा पर्व भी जा चुका है। लेकिन मार्केट में जो तेजी दिखनी चाहिए वो नजर तक नहीं आई। अब केवल दीपावली पर्व बाकी है। लेकिन दुकानदारों को लगता नहीं कि यह त्योहार भी अच्छा जाने वाला है। पिछली दो दीपावली पर कोरोना का साया तो कोई व्यापार तक नहीं हुआ। अब फसलें चौपट होने के कारण गांव से ग्राहक कम ही बाजार में आ रहा है। फतेहाबाद शहर के आसपास नरमा सबसे अधिक होता है। इसे नरमा बेल्ट भी कहा जाता है। यहीं कारण है कि गुलाबी सुंडी के कारण सबसे अधिक खराब फसल इसी क्षेत्र में है। मार्केट में दुकानदार खाली बैठे है और ग्राहक का इंतजार कर रहे है। 

सब्जियों व फलों के दाम बढ़े

फसलों के दाम बढ़ने के साथ ही सब्जियों व फलों के दाम में भी लगातार बढ़तारी हो रही है। अब तो सब्जी में तड़का लगाना महंगा हो गया है। टमाटर व प्याज के रेट लगातार बढ़ रहे है। टमाटर अब 60 रुपये तो ब्याज 30 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। दीपावली पर्व पर टमाटर व प्याज के दाम बढ़ने की अधिक संभावना है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले दिनों में सब्जियों के दाम बढ़ जाएंगे। वही खाद्य पदार्थ सरसों तेल भी 190 रुपये प्रति लीटर हो गया है। 

ये है फसलों के भाव 

फसल     भाव

नरमा      8040

कपास     7275

धान 1509  2940

चना       5420

सरसो      7820

गेहूं       1850

बाजरा      1530

मूंग        6150

नोट: यह भाव क्विंटल में है।

ये है सब्जियों के दाम 

सब्जी          दाम

आलू           15

टमाटर          60

प्याज           30

गोभी            30

मिर्च            80

भिंडी            90

घीया            30

नोट : यह भाव प्रति किलो हैं।

फतेहाबाद के सचिव मार्केट कमेटी संजीव सचदेवा के अनुसार

काटन के भाव लगातार बढ़ रहे है। नरमा फतेहाबाद मंडी में 8000 को पार कर गया है। वहीं कपास भी 7200 को पार कर गई है। उम्मीद है कि भाव और भी बढ़ेंगे। इस बार बरसात व गुलाबी सुंडी के कारण नरमा की फसल खराब होने के कारण औसत में कमी अवश्य आई है।


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