फतेहाबाद में नहीं रुक रहा कोरोना से मौतों का आंकड़ा, 7 लोगों ने तोड़ा दम
फतेहाबाद में कोरोना की दूसरी लहर थम रही है। मंगलवार को महज 87 नए मरीज मिले। लेकिन मौत का सिलसिला अभी नहीं थम रहा है। 7 लोगों ने कोरोना संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया। यह चिंता बढ़ाने वाली बात है।
फतेहाबाद, जेएनएन। फतेहाबाद में पिछले कुछ दिनों से कोरोना मरीजों का आंकड़ा 100 से कम रह रहा है। लेकिन मौत का आंकड़ा रूकने का नाम नहीं ले रहा है। कभी दो की मौत हो रही है तो कभी आठ लोग दम तोड़ रहे है। इस कारण मृत्यु दर भी अधिक है। मंगलवार को जिले में दाे महिला सहित सात लोगों की जान चल गई। सभी मरीज अस्पताल में उपचाराधीन थे।
जिले में अब तक 200262 व्यक्तियों के कोरोना सैंपल लिए गए है। जिनमें से 17046 नागरिक कोविड पॉजिटिव मिलें। उनमें से 15726 व्यक्ति कोरोना को मात दे चुके हैं। मंगलवार को 87 नये पॉजिटिव केस पाए गए जबकि 233 व्यक्तियों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। जिला के रिकवरी रेट में सुधार हुआ है और यह बढक़र 92.26 प्रतिशत हो गया है। जिला में इस समय 908 एक्टिव केस है, जिनमें से 627 होम आइसोलेशन में है व 88 मरीज सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में अपना इलाज करवा रहे हैं।
कोरोना से 7 लोगों ने तोड़ा दम
- गांव दरियापुर निवासी 84 वर्षीय बुजुर्ग ने सरकारी अस्पताल में दम तोड़ा।
- भूना निवासी 60 वर्षीय महिला बुजुर्ग ने हिसार के निजी अस्पताल में तोड़ा दम।
- गांव बोड़ी निवासी 63 वर्षीय महिला बुजुर्ग ने टोहाना के निजी अस्पताल में तोड़ा दम।
- गांव बनमंदोरी निवासी 68 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने सिरसा के निजी अस्पताल में तोड़ा दम।
- टोहाना निवासी 64 साल की बुजुर्ग महिला ने टोहाना के सरकारी अस्पताल में तोड़ा दम।
- रतिया निवासी 48 वर्षीय व्यक्ति ने रतिया के प्राइवेट अस्पताल में दम तोड़ा।
- काताखेड़ी निवासी 48 वर्षीय व्यक्ति ने फतेहाबाद के निजी अस्पताल में तोड़ा दम।
गांवों में डोर-टू-डोर अभियान जारी
स्वास्थ्य विभाग ने पिछले 15 दिनों से गांवों का सर्वे करवा रहा है। जिले में साढ़े सात लाख लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। वहीं चार हजार लोग बीमार भी मिले है। इनमें से 2500 लोगाों के कोरोना सैंपल भी करवाए गए है। इनमें से 150 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले है। लेकिन जिस तरह गांवों में भी कोरोना संक्रमण कम हो रहा है उसे स्वास्थ्य विभाग को राहत मिली है। लेकिन मौत का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। जिले में अब जो मौत हो रही है वो अधिकतर ग्रामीण है। ऐसे में अगर यह आंकड़ा काबू आ गया तो जिले से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर विदा हो जाएगी।
92 फीसद पहुंचा रिकवरी रेट
डिप्टी सिविल सर्जन डा. हनुमान सिंह ने कहा कि फतेहाबाद जिले में रिकवरी रेट अब 92 फीसद तक पहुंच गया है। लेकिन मौत अब भी हो रही है। लोगों से अपील है कि लापरवाही कतई ना करे। अगर ऐसा करेंगे तो यह संक्रमण फिर से आ सकता है। पिछले दो महीनों से जिन नियमों का पालन किया है उसी नियम का पालन अब करना है। अगर ऐसा करेंगे तो जल्द ही हमारे जिले से यह संक्रमण भी चला जाएगा।
इधर, ब्लैक फंगस से 31 वर्षीय अध्यापक सहित दो की गई जान
जिले में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। वहीं ब्लैक फंगस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लेकिन इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा भी अधिक है। मंगलवार को जिले में दो लोगों की मौत ब्लैक फंगस से हो गई। वहीं 3 मरीज ब्लैक फंगस के आशंकित मिले हैं। इन मरीजों को अग्रोहा मेडिकल कालेज में भर्ती करवा दिया गया है जहां उनका उपचार चल रहा है।
मंगलवार दोपहर को भट्टूकलां निवासी 31 वर्षीय अध्यापक की ब्लैक फंगस की बीमारी से मौत हो गई। अध्यापक पिछले दिनों कोरोना से पीड़ित था। लेकिन पिछले दिनों वह ब्लैक फंगस की चपेट में आ गया। उसे पहले हिसार भर्ती करवाया गया। उसके बाद उसे गुरुग्राम के अस्पताल में भर्ती करवाया जहां वह कोमा में चला गया। जिसके बाद स्वजन उसे अग्रोहा मेडिकल कालेज में लेकर आ गए थे। लेकिन मंगलवार दोपहर को उसने दम तोड़ दिया। अध्यापक गांव ढाबी खुर्द में संस्कृत का अध्यापक था। भट्टूकलां की एसएमओ डा. सुजाता बंसल ने अध्यापक की मौत की पुष्टि की है। इसके अलावा गांव नहला निवासी 51 वर्षीय अधेड़ की मौत अग्रोहा मेडिकल कालेज में हो गई। वहीं कोरोना से पीड़ित था और उसका इलाज चल रहा था। जिले में अब ब्लैक फंगस से मरने वालों का आंकड़ा 10 हो गया है जो स्वास्थ्य विभाग को परेशान कर रहा है। इसके अलावा 3 नए आशंकित मरीज मिले हैं।
कोरोना मरीजों को ध्यान रखने की जरूरत
कोरोना से ठीक हुए मरीजों को ध्यान रखने की जरूरत है। अगर उनके अंदर ब्लैक फंगस जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत नागरिक अस्पताल में तैनात डा. जय प्रकाश से संपर्क करे। अगर समय पर इलाज होगा तो इस बीमारी को भगाया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति बिना डॉक्टर की सलाह के दवाई ना ले।डा. वीरेश भूषण, सिविल सर्जन फतेहाबाद।