कोरोना वॉरियर डा. रमेश पूनिया ने अपने जन्मदिन पर अंजान बेटी की शादी के लिए निभाया पिता का फर्ज
डा. रमेश पूनिया ने अपने जन्मदिन को खास अंदाज में मनाया। उन्होंने गांव सिंघरान की बेटी की शादी के लिए वो सब किया है जो एक पिता करता है। उन्होंने सिंघरान गांव की एक बेटी को कन्यादान देने के साथ साथ सभी जरुरी सामान मुहैया करवाया है।
हिसार, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग के जीव वैज्ञानिक डा. रमेश पूनिया ने अपने जन्मदिन को खास अंदाज में मनाया। उन्होंने अपने जन्मदिन पर एक नई शुरुआत करते हुए गांव सिंघरान की बेटी की शादी के लिए वो सब किया है जो एक पिता करता है। उन्होंने सिंघरान गांव की एक बेटी को कन्यादान देने के साथ साथ सभी जरुरी सामान मुहैया करवाया है। इस बेटी की शादी के लिए बुधवार को एक दुकान पर बुलाकर परिवार को एलईडी, कूलर, पंखा, ड्रेसिंग टेबल, बैड सहित अन्य जरुरी सामान मुहैया करवाया। इस दौरान उनके साथ स्वास्थ्य विभाग से नूर मोहमद और आशीष भी उपस्थित रहे। डा. पूनिया ने बताया कि सिंघरान गांव की बेटी की शादी में उनके साथ सुरेश चावला, सोनू वर्मा, अरविंद जीत मेडिकल हाल, अनिल बिंदल और शराफ मेडिकॉज के संचालक ने सहयोग किया है।
गौरतलब है कि डा. रमेश पूनिया कोरोना काल में एक नायक बनकर उभरे है। इन्होंने कोरोना काल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए लोगों को क्वारंटाइन करने, बाहर से आए लोगों की हिस्ट्री जांचने और उनके सैंपल करवाने के साथ लीक से हटकर काम करते हुए काम किया। डा. पूनिया ने उस दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जब नगर निगम कर्मचारी भी कोरोना के डर से पीछे हट गए थे। उस दौरान डा. पूनिया ने हिसार की पहली कोरोना संक्रमित महिला के घर को सैनिटाइज भी किया और वहां से कुड़ा उठाकर बाहर भी फेंका।
वहीं डा. पूनिया ने पुलिस से एक कदम आगे बढ़कर काम करते हुए दड़ौली निवासी युवक के कोरोना पॉजिटिव मिलने पर उसे लिफ्ट देने वाले लोगों का पता लगाने के लिए पूरे शहर के सीसीटीवी कैमरे खंगाल डाले थे। जिसके बाद दड़ौली निवासी युवक को लिफ्ट देने वाले दो लोगों का पता लगाकर उनके सैंपल करवाकर आमजन में संक्रमण को फैलने से बचाया था। जिसके लिए उन्हें कई अवार्ड भी मिल चुके है। वहीं इस दौरान उन्हें विवादों के चलते अपने कार्यभार से हटाया भी गया था। लेकिन मंत्री अनिल विज के पास मामला पहुंचने पर उन्हें उनका कार्यभार वापस सौंप दिया गया था।