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सिरसा में फिर बढ़ने लगा कोरोना संक्रमण, लापरवाही पड़ सकती है भारी, अब तक 6180 लोग संक्रमित

सिरसा में कोरोना के आंकड़े और तेजी से बढ़ सकते है। जरा सी लापरवाही जान पर भी भारी पड़ सकती है। जिले में अब तक 6180 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 90 लोगों की मौत हो चुकी है। मृत्युदर का आंकड़ा 1.45 फीसद तक पहुंच गया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 12 Nov 2020 01:59 PM (IST)Updated: Thu, 12 Nov 2020 01:59 PM (IST)
सिरसा में फिर बढ़ने लगा कोरोना संक्रमण, लापरवाही पड़ सकती है भारी, अब तक 6180 लोग संक्रमित
सिरसा में कोरोना काबू में आया था मगर अब हालात बिगड़ रहे हैं

सिरसा, जेएनएन। सिरसा में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को संक्रमण से तीन और मौत हो गई जबिक संक्रमण के 98 नए मामले सामने आए है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अंदेशा है कि त्योहारी सीजन में कोरोना के आंकड़े और तेजी से बढ़ सकते है। जरा सी लापरवाही जान पर भी भारी पड़ सकती है। जिले में अब तक 6180 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 90 लोगों की मौत हो चुकी है। मृत्युदर का आंकड़ा 1.45 फीसद तक पहुंच गया है।

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-- -- -- -- -- बुधवार को कोरोना संक्रमण से हुई मौत में गांव वेदवाला में 49 वर्षीय व्यक्ति शामिल है, जो हिसार के निजी अस्पताल में उपचाराधीन था। इसके अलावा न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में 73 वर्षीय महिला की मौत हो गई। वहीं गांव नाथूसरी कलां में 58 वर्षीय व्यक्ति की हिसार के निजी अस्पताल में मौत हो गई। बुधवार को मिले 98 मामलों में सिरसा शहर में 56 मामले सामने आए है। इसके अलावा रानियां में नौ, डबवाली में आठ, कालांवाली व नाथूसरी में पांच पांच, बड़ागुढ़ा में छह, ऐलनाबाद में तीन, ओढ़ां, माधोसिंघाना व चौटाला में दो दो केस सामने आए है।

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बड़ागुढ़ा इंचार्ज व स्टॉफ भी मिला पॉजिटिव

स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण आंचल में की जा रही सैंपलिंग से विभागीय कर्मचारी भी संक्रमित होने लगे हैं। बड़ागुढ़ा स्वास्थ्य केंद्र के इंचार्ज, फार्मासिस्ट व स्टॉफ संक्रमित मिला है। सेक्टर में भी 10 मामले सामने आए है। इसके अलावा सरस्वती कॉलोनी में पांच मामले आए है।

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जिले में अब तक हुई 90 मौत में 52 केस ऐसे हैं जिनकी मौत पांच दिनों में ही हो गई। जबकि 27 मामले ऐसे हैं, जिनमें 48 घंटों में ही संक्रमित की मौत हो गई। ऐसे में अगर संक्रमितों को समय रहते उपचार मिल जाता तो शायद उनकी जान बच जाती। वर्तमान में आ रहे केसों में 80 केस ऐसे हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं है जबकि 20 में से 15 केस आइसीयू तक पहुंच जाते हैं, जिन्हें तेज वेेंटीलेटर देने के बाद बचाया जा सकता है। पांच केस की मौत हो जाती है। इन 20 लोगों में बुजुर्ग, शुगर, ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजिज, किडनी रोग इत्यादि से पीड़ित रोगी शामिल रहते हैं। ऐसे में जब भी किसी में लक्षण दिखाई दे तो वे तुरंत इलाज करवाएं।

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सख्ती के साथ-साथ जागरूकता भी करें

प्रदेश के मुख्य सचिव विजय वर्धन ने कहा कि एक बार फिर से कोरोना के मामलों का बढ़ना चिंता का विषय है। हमें इससे निपटने के लिए सख्ती के साथ-साथ जन जागरूकता भी करनी है। मुख्य सचिव विजय वर्धन वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रदेश के जिलों की कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कांफ्रेंस कक्ष में उपायुक्त प्रदीप कुमार, पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह, जिला नगर आयुक्त संगीता तेतरवाल, एसडीएम सिरसा जयवीर यादव, एसडीएम ऐलनबाद दिलबाग सिंह, एसडीएम कालांवाली निर्मल नागर, नगराधीश संदीप कुमार, सिविल सर्जन कृष्ण कुमार आदि मौजूद थे।

मुख्य सचिव विजय वर्धन ने कहा कि त्योहारी सीजन के दृष्टिगत पिछले कुछ दिनों से बाजारों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इसके साथ ही लोगों ने शारीरिक दूरी का पालन और मास्क लगाना भी कम कर दिया है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिलों के अलग-अलग प्लान तैयार करें। लोगों को समझाएं कि कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है और हमें इससे बचाव के लिए सतर्कता बरतनी है।


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