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कोरोना संक्रमित डाक्टर ने करवा दी महिला की डिलिवरी, ओपीडी में मरीज भी जांचे

डा. पूनिया ने बताया कि एक डाक्टर 21 नंवबर को मंगलम लैब से हुई कोरोना जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित मिली थी। इसके बावजूद उन्होंने 17 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहने के नियमों की उल्लंघना करते हुए 23 25 27 और 30 नंवबर को ओपीडी में मरीजों को देखा।

By Edited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 07:12 AM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 01:23 PM (IST)
कोरोना संक्रमित डाक्टर ने करवा दी महिला की डिलिवरी, ओपीडी में मरीज भी जांचे
डा. रमेश पूनिया ने मामले में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को शिकायत दी है।

हिसार, जेएनएन। कोरोना को लेकर डाक्टर द्वारा ही लापरवाही बरतने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शहर में स्थित एक अस्पताल की डाक्टर ने कोरोना संक्रमित होते हुए भी मरीजों की तबीयत की परवाह ना करते हुए अस्पताल में पांच दिन तक मरीजों की जांच की। साथ ही इससे भी बड़ी लापरवाही दिखाते हुए एक महिला की डिलिवरी भी करवा दी। वो भी बिना पीपीई किट पहने।

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मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के होम आइसोलेशन व क्वारंटाइन के नोडल अधिकारी डा. रमेश पूनिया को मिली तो उन्होंने अपने साथी कर्मचारी एमपीएचडब्ल्यू राजकुमार के साथ संस्था के अस्पताल में छापेमारी की। इस दौरान डा. रमेश पूनिया ने अस्पताल का रिकॉर्ड खंगाला। जिसमें कोरोना संक्रमित डाक्टर द्वारा महिला की डिलिवरी करवाने और ओपीडी देखने के दस्तावेज मिले। दस्तावेज मिलने पर डा. रमेश पूनिया ने मामले में स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को शिकायत दी है।

क्वारंटाइन का समय पूरा होने से पहले ही अस्पताल पहुंच गई कोरोना संक्रमित डाक्टर

डा. पूनिया ने बताया कि अस्पताल की एक डाक्टर 21 नंवबर को मंगलम लैब से हुई कोरोना जांच रिपोर्ट में कोरोना संक्रमित मिली थी। कोरोना संक्रमित मिलने पर उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जा रहा था। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 17 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहने के नियमों की उल्लंघना करते हुए 23, 25, 27 और 30 नंवबर को ओपीडी में मरीजों को देखा। यही नहीं इस डाक्टर ने एक दिसंबर की दोपहर 2 बजे के करीब बिना पीपीई किट डाले मंगाली निवासी नर्सरी नाम की एक महिला की सामान्य डिलिवरी भी करवा दी। इस डाक्टर ने बकायदा अस्पताल में आने पर एंट्री भी की हुई थी। कोरोना संक्रमित डाक्टर द्वारा महिला की डिलिवरी करवाना जच्चा-बच्चा दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हालांकि गर्भवती महिला का पहले कोरोना टेस्ट हो चुका है। लेकिन महिला को अब दोबारा से कोरोना जांच के लिए टेस्ट करवाना होगा। जिसके बाद ही पता लग पाएगा कि वह डाक्टर के संपर्क में आकर संक्रमित हुई है या नहीं। वहीं नवजात बच्चे की जांच भी जरुरी है।

पहले भी कोरोना संक्रमित डाक्टर द्वारा ओपीडी देखने का मामला आ चुका है सामने

शहर के परिवर्तन अस्पताल में कोरोना संक्रमित डाक्टर के द्वारा पहले भी ओपीडी देखने का मामला सामने आ चुका है। उस दौरान डाक्टर को क्वारंटाइन का पोस्टर लगाने को लेकर डा. पूनिया और टीम के साथ बहस हुई थी। जिसके बाद मामले को लेकर डाक्टर ने आइएमए के साथ मिलकर विधायक व उपायुक्त को शिकायत दी थी। उस मामले में जांच करने के लिए कमेटी भी गठित की गई थी। लेकिन वह जांच अभी तक पूरी नहीं हो पाई है।

---------- मामले की जानकारी ली जाएगी। अगर ऐसा हुआ है तो मामले की जांच करवाई जाएगी। मामले में दोषी डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डा. रत्नाभारती, सीएमओ, हिसार।

--------------- मामले की जानकारी लेकर जांच करवाई जाएगी। कोरोना मरीजों के लिए होम आइसोलेशन में निर्धारित अवधि तक रहना जरूरी है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

डा. प्रियंका सोनी, उपायुक्त, हिसार।


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