झज्जर में 264 हेल्थ टीमों के दम पर तैयार हो रहा कोरोना डाटा, खराब मौसम में फील्ड में उतरी टीम
ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो टीम बनाई हैं जिनमें से एक टीम डोर-टू डोर सर्वे कर रही है वहीं दूसरी टीम स्वास्थ्य जांच करते हुए कोरोना के लक्षण वालों को समय पर इलाज मुहैया करा रही है।
झज्जर, जेएनएन। झज्जर में रविवार तक जिला में हो रहे डोर-टू-डोर सर्वे को पूरा करने का टारगेट रखा गया है। बकायदा, 264 टीमें इस काम में गंभीरता से जुटी है। जिन्होंने 2 लाख 50 हजार से ज्यादा लोगों को कवर भी कर लिया है। मंगलवार और बुधवार को खराब रहे मौसम के बावजूद भी टीमों ने गांव में दौरा करते हुए जानकारी जुटाई हैं। ताकि, संक्रमण को मात देने के लिए जो कवायद शुरु की गई हैं, उसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जा सकें। बहरहाल, चल रही प्रक्रिया के तहत सैंपलिंग पर भी जोर दिया जा रहा हैं। क्योंकि, कोरोना को मात देने के लिए संक्रमितों का चिह्नित होना जरूरी हैं।
दरअसल, ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो टीम बनाई हैं जिनमें से एक टीम डोर-टू डोर सर्वे कर रही है वहीं दूसरी टीम स्वास्थ्य जांच करते हुए कोरोना के लक्षण वालों को समय पर इलाज मुहैया करा रही है। इधर, एडीसी जगनिवास ने बताया कि ग्रामीण परिवेश में पहले की अपेक्षा लोगों में जागरूकता बढ़ी है और अब लोग आगे आकर कोरोना संक्रमण संबंधी लक्षणों के बारे में बताते हुए अपना व अपने परिचितों का टेस्ट भी करवा रहे हैं। टीम के सदस्यों द्वारा डोर टू डोर सर्वे के दौरान काउंसलिंग भी की जाती है ताकि लोगों के मन में कोरोना संक्रमण को लेकर भय के स्थान पर जागरूकता बढ़े और संक्रमण होने पर वे इस बारे में जानकारी छिपाने की बजाय स्वास्थ्य सुधार की दिशा में अपना योगदान दें।
इन लोगों को टीम में किया गया शामिल
ग्रामीण स्तर पर फील्ड में सर्वे करने वाली टीम के सदस्यों में आशा वर्कर ,आंगनबाड़ी वर्कर, स्कूल अध्यापक, ग्राम सचिव तथा एंटीजन टेस्ट सैंपल लेने वाला सदस्य शामिल किया गया है। यह टीम घर घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है व उनके परिवार के सदस्यों के बारे में जानकारी प्राप्त कर रही है कि क्या उनके घर में किसी को कोरोना के लक्षण जैसे सिर दर्द, बुखार ,सूखी खांसी, बदन दर्द आदि है या नहीं। इस दौरान कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले मरीजों की मौके पर ही सैंपलिंग ली जा रही है। एडीसी ने आमजन से अपील की है कि जिला से कोरोना संक्रमण संबंधी लक्षण होने पर तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करके अपना सैंपल दें और टेस्ट करवाएं। रिपोर्ट आने तक अपने घर में ही परिवार के बाकी सदस्यों से अलग रहें। ऐसा नहीं करने पर वे अपने स्वजनों के जीवन को भी खतरे में डाल सकते हैं, इसलिए वे इस बात का विशेष ध्यान रखें कि संक्रमण न फैलें।