फतेहाबाद में फिर बढ़ने लगे कोरोना के मामले, मार्च के 11 दिन में 17 लोग संक्रमित
फरवरी महीना खत्म हुआ तो फतेहाबाद में कोरोना के मरीजों की संख्या 2 थी। लेकिन मार्च महीना शुरू होते ही धीरे-धीरे मरीजों की संख्या भी बढ़नी शुरू हो गई है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब हर दिन 500 लोगों के सैंपल लेगा।
हिसार/ फतेहाबाद, जेएनएन। पिछले साल 22 मार्च को पूरे देश में कोरोना के कारण लॉकडाउन कर दिया गया था। हालांकि उस समय केस नहीं आए थे। लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया था। लेकिन अब धीरे-धीरे कोरोना के मरीज बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग को फिर से चिंता में डाल दिया है।
पिछले 11 दिनों में फतेहाबाद में कोरोना के 17 नए मरीज आ चुके हैं। ये मरीज ग्रामीण क्षेत्रों में मिल रहे हैं।कोरोना का टेस्ट करवाने वही लोग आ रहे हैं, जिन्हें बाहर जाना है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग पिछले कई दिनों से कोरोना के सैंपल भी कम ले रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं होने वाला है। कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए अब बाजार से हर दिन सैंपल लिए जाएंगे। उन लोगों के अधिक सैंपल लिए जाएंगे जो मास्क नहीं पहन रहे हैं।
मार्च में बढ़ने लगी कोरोना मरीजों की संख्या
फरवरी महीना खत्म हुआ तो कोरोना के मरीजों की संख्या 2 थी। लेकिन मार्च महीना शुरू होते ही धीरे-धीरे मरीजों की संख्या भी बढ़नी शुरू हो गई है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग अब हर दिन कम से कम 500 लोगों के सैंपल लेगा। सैंपल के आधार पर ही पता लग जाएगा कि जिले में कोरोना वायरस की क्या स्थिति है। स्वास्थ्य विभाग भी मान रहा है कि कोरोना बढ़ने का मुख्य कारण लापरवाही है। अगर यही लापरवाही रही तो आने वाले दिनों में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ जाएगी।
मास्क नहीं लगाया तो कटेगा चालान
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए पुलिस भी सख्त हो गई है। अगर किसी वाहन चालक ने मास्क नहीं पहन रखा है तो उसका चालान पुलिस करेगी। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम, नगरपरिषद की टीम अलग अलग बाजार में घूमेगी और चालान करेगी। वहीं सभी कार्यालय के पास पत्र भी आ गया है कि अधिकारी मास्क अवश्य लगाएं। अगर उनके कार्यालय में लोग भी आते हैं उन्हें भी मास्क लगाने के लिए कहें। जिले में अब 80 फीसद लोग मास्क नहीं लगा रहे हैं।
मुफ्त में लग रही वैक्सीन, फिर भी नहीं आ रहे
जिले के 29 सेंटरों पर कोरोना वैक्सीन लग रही है। फिर भी लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आ रहे हैं। पिछले दिनों 1704 बुजुर्गाें को कोरोना वैक्सीन लगी है। स्वास्थ्य विभाग बुजुर्गों को को-वैक्सीन की डोज लगा रहा है। विभाग ने सभी बुजुर्गाें के पास फोन कर फीडबैक लिया है। किसी को कोई दिक्कत नहीं आई है। कोविशिल्ड वैक्सीन लगाने से हल्का बुखार अवश्य आ रहा था। लेकिन इस वैक्सीन के लगने से किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आई है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्गों व गंभीर बीमारी वाले लोगों से अपील की है कि वे हेल्थ सेंटर में पहुंचकर वैक्सीन लगवाएं।
कोरोना वैक्सीन के आंकड़ों पर डालें नजर
- 10313 लभार्थियों को लगी कोरोना वैक्सीन
- 4243 हेल्थ वर्करों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन की पहली डोज
- 2840 हेल्थ वर्करों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज
- 1161 फ्रंटलाइन वर्करों ने लगवाई वैक्सीन की पहली डोज
- 195 फ्रंटलाइन वर्करों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज
- 170 लाभार्थियों ने 45 से 59 साल के गंभीर बीमारी वालों ने लगवाई वैक्सीन
- 1704 बुजुर्गों ने लगवाई कोरोना वैक्सीन
जिले को अब तक कोरोना वैक्सीन की चार खेप मिल चुकी हैं
- 31820 काेरोना वैक्सीन की मिल चुकी है वैक्सीन
- 5820 कोरोना वैक्सीन की पहली डोज मिली थी।
- 6000 कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज मिली।
- 10,000 कोरोना को-वैक्सीन की तीसरी डोज मिली।
- 10,000 को-वेक्सीन की चौथी डोज मिली।
- 23820 डोज काविशिल्ड की मिली।
- 8000 को-वेक्सीन
- 11 फीसद काेरोना वैक्सीन हो रही खराब
वैक्सीन लगाने का यह है टारगेट
- 4700 हेल्थ वर्कर
- 4200 फ्रंटलाइन वर्कर
- 1,10,000 60 साल से अधिक बुजुर्ग
- 73,000 45 से 59 साल के गंभीर बीमारी के लोग।
टीकाकरण से नहीं आ रही समस्या
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. सुनीता सोखी ने बताया कि कोरोना से बचना है तो मास्क अवश्य पहनें। इसके अलावा जिले के अस्पतालों में लाभार्थियों को कोरोना वैक्सीन लग रही है। बुजुर्गाें से फीडबैक लिया गया है। ऐसे में किसी को कोई दिक्कत नहीं आई है। बुजुर्ग व गंभीर बीमारी वाले लोग अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचकर टीका लगवाएं। जिससे हम कोरोना से बच सकेंगे।