राखी गढ़ी में चल रहे धरने को कांग्रेस का समर्थन
संवाद सहयोगी, नारनौंद : हड़प्पाकालीन सभ्यता को लेकर विश्व के मानचित्र पर अंकित गांव राखी गढ
संवाद सहयोगी, नारनौंद : हड़प्पाकालीन सभ्यता को लेकर विश्व के मानचित्र पर अंकित गांव राखी गढ़ी एक बार फिर सुर्खियों में है। सभ्यता के टीलों की जमीन पर बने अवैध मकानों को तोड़ने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। इसको लेकर ग्रामीण एक बार फिर से धरने पर बैठ गए हैं। धरने के दूसरे दिन कांग्रेसी नेता राजबीर संधू ने धरना स्थल पर जाकर ग्रामीणों को समर्थन दिया।
उन्होंने कहा कि गढ़े मुर्दो को उखाड़ने के लिए सरकार राखी गढ़ी के सैकड़ों लोगों को बेघर करने पर तुली हुई है। सरकार का ये रवैया गलत है। सरकार ने इन लोगों को मात्र सौ-सौ गज के प्लाट देकर इनके साथ भद्दा मजाक करने का काम किया है। इन टीलों की जमीन पर ये ग्रामीण पिछले काफी सालों से अपने आशियाने बनाकर रह रहे हैं और सरकार इनको अब बेघर करने पर तुली हुई है। अगर सरकार ने इस गांव के एक भी मकान को तोड़ने की कोशिश की तो उसका अंजाम बूरा होगा।
ग्रामीण संदीप, संजीव, अनिल, राजबीर, रामफल, कुलदीप ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। जब तक सरकार व प्रशासन ग्रामीणों की मांगों को पूरा नहीं करते। तब तक उनका ये धरना जारी रहेगा। हमारी सरकार से मांग है कि इन टीलों पर जिस भी व्यक्ति के हिस्से में जितनी जमीन आती है उतनी ही जमीन में दूसरी जगह मकान बनाकर दें। ताकि लोगों का गुजारा सही तरीके से हो सके। धरने के दूसरे दिन ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।