जज का गनमैन हूं, सरकारी नौकरी लगवा दूंगा, लगा दी छह लाख रुपये की चपत
ऑटो शोरूम पर काम करने वाले युवक से उसके एक परिचित शख्स ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर छह लाख रुपये ठग लिए। नौकरी भी नहीं मिले और रुपये भी फंस गए।
बहादुरगढ़, जेएनएन। सरकारी नौकरी के नाम पर अगर कोई आपसे रुपयों की मांग करे तो किसी भी बहकावे में न आएं। इसी तरह की गाइडलाइन समय समय पर सरकार जारी करती है। मगर फिर भी कुछ लोग अपनी उपर तक पहुंच बता लोगों को अपना शिकार बना ही लेते हैं। ऑटो शोरूम पर काम करने वाले युवक से उसके एक परिचित शख्स ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर छह लाख रुपये ठग लिए। धोखेबाज ने खुद को हरियाणा पुलिस का कर्मचारी और जज के गनमैन रूप में तैनात होने की बात कही थी। बाद में नौकरी नहीं मिली और पैसे वापस मांगे तो जान से मारने और केस में फंसाने की धमकी दी गई।
शिकायकर्ता मोहित गांव डीघल का रहने वाला है और झज्जर में एक ऑटो शोरूम पर काम करता है। मोहित ने बताया कि सुर्खपुर गांव का रहने वाला रवींद्र उसका परिचित है। रवींद्र ने बताया था कि वह पुलिस में है और इस समय बहादुरगढ़ में जज का गनमैन है। वह पहले भी बड़े-बड़े अधिकारियों के पास तैनात रहा है। उसका ससुर संसद भवन में काम करता है। उसने सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही। मोहित का कहना है कि रवींद्र की बातें सुन वह झांसे में आ गया। नौकरी दिलाने के लिए रवींद्र ने उससे छह लाख रुपये लिए थे।
यह राशि उसने अपने पिता के खाते से निकलवाई थी और सितंबर 2018 में बहादुरगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास रवींद्र को दी थी। इसके अलावा 10 हजार रुपये और रवींद्र ने उससे लिए थे। बाद में जब उसके गांव जाकर पता किया तो मालूम हुआ कि वह तो पुलिस कर्मचारी नहीं है। रुपये ठगने के लिए वह पुलिस कर्मचारी बना था। इसके बाद उसने रुपये मांगे तो रवींद्र ने उसे एससीएसटी के तहत झूठे केस में फंसाने और जान से मारने की धमकी दी।
...शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया है। जांच की जा रही है। जल्द ही इस मामले में गिरफ्तारी की जाएगी।
सुरेंद्र सिंह, एसएचओ, शहर थाना बहादुरगढ़