Move to Jagran APP

मौसम में बदलाव : सिरसा में बारिश से टेल पर पहुंचने लगा पानी, अधिकारियों ने ली राहत की सांस

इस मौसम में गेहूं सरसों व चना की फसलों में सिंचाई की आवश्यकता थी। जिसको लेकर किसान सिंचाई कर रहे थे। अब बारिश होने से फसलों को काफी फायदा मिला है। इसी के साथ किसानों को ट्यूबवेल से सिंचाई नहीं करने से आर्थिक तौर पर फायदा मिला है।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sat, 08 Jan 2022 09:41 AM (IST)Updated: Sat, 08 Jan 2022 09:41 AM (IST)
मौसम में बदलाव : सिरसा में बारिश से टेल पर पहुंचने लगा पानी, अधिकारियों ने ली राहत की सांस
पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से किसानों को राहत।

सिरसा, जागरण संवाददाता। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने व अरब सागर से आने वाली नमी युक्त हवाओं व राजस्थान के ऊपर एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से बारिश हो रही है। पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश ने किसानों को राहत दी है। इसी के साथ सिंचाई विभाग के अधिकारियों की भी चिंता कम कर दी है। क्योंकि टेल पर पड़ने वाले गांवों में नहरों व माइनरों से पानी पहुंचने लगा है। टेल पर पड़ने वाले गांव में पर्याप्त पानी नहीं मिला रहा था। जिसको लेकर बार बार किसार सिंचाई विभाग के अधिकारियों को पानी छोड़ने के लिए गुहार लगा रहे थे। जिले में गेहूं की 3 लाख हेक्टेयर, सरसों की 60 हजार हेक्टेयर व चना की 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बिजाई हुई है।

prime article banner

पानी हो रहा था चोरी

नहरों व माइनरों में पहले पड़ने वाले गांवों में पानी की चोरी की जा रही थी। जिससे टेल पर पर्याप्त पानी नहीं पहुंच रहा था। जिससे टेल पर पड़ने वाले गांव के किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे थे। किसान बार बार अधिकारियों के पास आकर शिकायत कर रहे थे। जिले में नहरों व माइनरों को तीन गुपों में बांटा हुआ है। जिसके तहत सात दिन पानी छोड़ा जाता है। जबकि 16 दिन नहरें बंद रहती है। सिंचाई विभाग ने बारिश होने से नहरों व माइनरों में पानी छोड़ दिया है।

आर्थिक रूप से भी मिला फायदा

इस मौसम में गेहूं, सरसों व चना की फसलों में सिंचाई की आवश्यकता थी। जिसको लेकर किसान सिंचाई कर रहे थे। अब बारिश होने से फसलों को काफी फायदा मिला है। इसी के साथ किसानों को ट्यूबवेल से सिंचाई नहीं करने से आर्थिक तौर पर फायदा मिला है। कृषि विभाग के कृषि उपनिदेशक डा. बाबूलाल ने बताया कि फसलों को बारिश से काफी फायदा मिला है। इससे पौधों की बढ़वार व फुटाव तेजी से होगा। जिससे फसलों की पैदावार अच्छी होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.