Move to Jagran APP

Weather Update: सुबह धूप, दिन में बादल, शाम को झमाझम बरसे बदरा, बढ़ी सर्दी

20 फरवरी की तरह ही 21 फरवरी को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तेज हवाओं व गरज के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इससे सर्दी एक बार फिर से बढ़ सकती है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 11:06 AM (IST)Updated: Thu, 20 Feb 2020 08:27 PM (IST)
Weather Update: सुबह धूप, दिन में बादल, शाम को झमाझम बरसे बदरा, बढ़ी सर्दी
Weather Update: सुबह धूप, दिन में बादल, शाम को झमाझम बरसे बदरा, बढ़ी सर्दी

हिसार, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण दिल्ली, हरियाणा और एनसीआर में मौसम बदलने की संभावना जताई गई और वैसा ही हुआ भी। हरियाणा में सुबह हल्‍की धूप रही तो दिन में बादल छाए रहे तो शाम को झमाझम बारिश हुई। हालांकि शुरुआत में ओलावृष्टि भी हुई और जल्‍द ही रुक भी गई। मगर इससे ठंड बढ़ेगी। 20 के साथ अब 21 फरवरी को भी प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में तेज हवाओं व गरज के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। राजस्थान से सटे हरियाणा के क्षेत्रों में 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान जताया गया है।

loksabha election banner

हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विवविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने से रात्रि तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जाएगी। 20 फरवरी के बाद पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण मौसम में बदलाव और 21 फरवरी से 23 फरवरी के बीच आंशिक बादलवाई व कहीं-कहीं बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है।

फरवरी में पहले भी होती रही बरसात

पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो फरवरी में पहले भी बरसात होती रही है। हालांकि सबसे अहम यह है कि बरसात के साथ तेज हवा ना चले। करनाल में फरवरी में 2009 में 6.6 एमएम, 2010 में 19 एमएम, 2011 में 37.2 एमएम, 2012 में दो एमएम, 2013 में 116.4 एमएम, 2014 में 49.2 एमएम, 2015 में 29 एमएम, 2016 में 1.1 एमएम, 2018 में 29 एमएम व 2019 में 23.5 एमएम बरसात दर्ज की गई थी। इस दौरान 2017 में फरवरी में बारिश नहीं हुई थी।

किसानों के लिए एडवाइजरी जारी

बदलते मौसम और हवाएं तेज चलने से हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है। मौसम विज्ञानिकों का कहना है कि राजस्थान में टिड्डीदल का प्रकोप पाया गया है इसलिए किसान अपने खेतों में निरंतर निगरानी रखें। यदि कहीं टिड्डी दल दिखाई दे तो इसकी तुरंत सूचना नजदीकी कृषि अधिकारी/केवीके व टोल फ्री नम्बर 18001802117 पर दे।

फसल में पानी लगाने से बचें किसान

कृषि विभाग के पूर्व तकनीकी अधिकारी डॉ. एसपी तोमर ने कहा कि इस समय अगेती गेहूं की फसल की बालियां निकलनी शुरू हो चुकी हैं। पौधे का वजन ज्यादा है। मौसम विभाग ने जिस प्रकार की मौसम परिस्थितियां बताई है, उसको देखते हुए किसानों को दो दिन तक फसल में पानी नहीं लगाना चाहिए। लेट किस्मों के गेहूं की फसल को बरसात व तेज हवाओं का नुकसान नहीं होगा। क्योंकि वह अभी निसार पर नहीं हैं। ऐसे में जो बरसात होगी, नुकसान की बजाय पिछेती किस्म को उसका भरपूर फायदा मिलेगा। महज अक्टूबर माह बिजाई की गई फसल को नुकसान हो सकता है।

तापमान की स्थिति

जिला     अधिकतम   न्यूनतम

हिसार- 27 -7.3

अंबाला- 24.3-9.7

भिवानी- 26.2-08

चंडीगढ़- 23.8-10.2

फरीदाबाद- 26.4-8.5

गुरुग्राम- 26-08

करनाल- 23.2-08

कुरुक्षेत्र 23.6-09

नारनौल 30.4-5.7

रोहतक 25.1-8.8

सिरसा 27.3-10.6

नोट : तापमान डिग्री सेल्सियस में।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.