Move to Jagran APP

बरसात के कारण मंडी में भीगा अनाज

धान खरीदने के लिए मिलर नहीं मिले वहीं अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिए। किसानों का अनाज भी खुले में पड़ा रहा। रविवार को आई बारिश ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 06:56 AM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 06:56 AM (IST)
बरसात के कारण मंडी में भीगा अनाज
बरसात के कारण मंडी में भीगा अनाज

संवाद सहयोगी, बरवाला : रविवार शाम को आई बरसात के कारण अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़ा धान भीग गया। करीब 25 दिन से किसान धान बेचने के लिए मंडी में इंतजार कर रहे थे, लेकिन कभी बारदाना न होने और कभी खरीदार न होने की बात कहकर उन्हें परेशान किया गया। धान खरीदने के लिए मिलर नहीं मिले, वहीं अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिए। किसानों का अनाज भी खुले में पड़ा रहा। रविवार को आई बारिश ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।

loksabha election banner

एक क्विंटल पर आठ किलो की काट लगाकर धान खरीदा

दीपावली के दिन भी दो मिलर किसानों का धान खरीदने के लिए आए, परंतु धान सूखा होने के बावजूद भी उन्होंने एक क्विंटल पर आठ किलो की काट लगाकर इसे खरीदने की बात की गई। कुछ किसानों तो मजबूरी में अनाज बेच दिया, पर कुछ ने मना कर दिया। किसानों का आरोप है कि बरवाला अनाज मंडी में एमएसपी पर पीआर धान की खरीद नहीं की जा रही। यहां पर अधिकारियों से मिलीभगत करके किसानों को सरेआम चूना लगाया जा रहा है। पहले नमी का बहाना बनाया गया, हालांकि किसान अपना धान सूखा कर लाए थे। बाद में फिर बहाना बना दिया।

आसमान में छाया धूल का गुबार छंट गया

बरवाला शहर व आसपास के इलाके में रविवार शाम को बरसात के साथ ओलावृष्टि भी हुई। शहर की सड़कों पर पानी भर गया। वही आसमान में छाया धूल का गुबार भी छंट गया। प्रदूषण खत्म होने से लोगों ने राहत की सांस ली।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.