आंदोलन में किसान की हत्या का मामला बना पहेली, सीसीटीवी में दिख रहे हत्यारों की नहीं हुई पहचान
बहादुरगढ़ में पंजाब से आंदोलन में आए किसान की गला रेतकर हत्या किए जाने का मामला पुलिस के लिए उलझी गुत्थी बन गया है। अभी आरोपित पकड़ में नहीं आए हैं। यह तो हो चुका कि हत्यारोपित दो हैं और पगड़ीधारी सरदार ही हैं मगर पहचान नहीं हो सकी।
बहादुरगढ़, जेएनएन। पंजाब से आंदोलन में आए किसान की गला रेतकर हत्या किए जाने का मामला पुलिस के लिए उलझी गुत्थी बन गया है। अभी आरोपित पकड़ में नहीं आए हैं। यह तो साफ हो चुका है कि हत्यारोपित दो हैं और पगड़ीधारी सरदार ही हैं। एक जगह सीसीटीवी फुटेज में वे पहले तो मृतक हाकम सिंह के साथ बहादुरगढ़ बाईपास पर आंदोलन स्थल से जाते दिख रहे हैं और फिर दाेनों वापस आते भी दिखाई दिए। मगर उनकी अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। बता दें कि पंजाब के बठिंडा जिले के रामपुरा क्षेत्र के पत्ती गुद्दू का रहने वाला 60 वर्षीय हाकम सिंह 25 मार्च को आंदोलन स्थल पर आया था। पहले भी यहां रुककर गया था।
दोबारा आया तो उसी दिन उसकी गला रेतकर हत्या कर दी गई। आंदोलन स्थल से आधा किमी दूर खेतों में उसका शव मिला। उसके पास से केवल आधार कार्ड मिला। जबकि घर से ढाई हजार रुपये लेकर चला था। एक जगह लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली गई तो पता चला कि हाकम सिंह उसी दिन शाम को दो सरदारों के साथ उसी रास्ते पर जा रहा था, जहां पर उसकी हत्या की गई। कुछ मिनट बाद ही दोनों सरदार अकेले वापस आते देखे गए। हाकम सिंह के पास मोबाइल था, मगर उसकी जेब में नहीं मिला।
उस पर घंटी बज रही है और लोकेशन भी आसपास की ही मिल रही है। ऐसे में शक है कि उसका फोन भी हत्यारों ने आसपास में कहीं फेंक रखा है। शहर थाना प्रभारी विजय कुमार का कहना है कि मामले की गहनता से छानबीन चल रही है। मगर अभी तक मामला पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है।