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14 साल की उम्र में हरियाणवी छोरे ने बना डाले 9 मोबाइल एप, पीएम नरेंद्र मोदी ने किया सम्‍मानित

करीब दर्जन भर मोबाइल एप बनाने वाले डबवाली निवासी तनिश सेठी उर्फ तनु को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया है। सोमवार को सुबह 11 बजे कार्यक्रम का आनलाइन आयोजन हुआ। जिसमें प्रधानमंत्री ने देश के 28 प्रतिभावान बच्चों का सम्मान किया।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 03:32 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 05:58 PM (IST)
14 साल की उम्र में हरियाणवी छोरे ने बना डाले 9 मोबाइल एप, पीएम नरेंद्र मोदी ने किया सम्‍मानित
हरियाणा की ओर से इकलौते तनु को मिला सम्मान, देश के 28 बच्चों को बाल पुरस्‍कार से किया सम्मानित

डीडी गोयल, डबवाली (सिरसा)। महज 14 साल की उम्र में करीब दर्जन भर मोबाइल एप बनाने वाले डबवाली निवासी तनिश सेठी उर्फ तनु को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आनलाइन माध्‍यम से सम्मानित किया। सोमवार को सुबह 11 बजे कार्यक्रम का आनलाइन आयोजन किया गया था। इसमें प्रधानमंत्री ने देश के 28 प्रतिभावान बच्चों को बाल पुरस्‍कार सम्मान दिया। हरियाणा में एकमात्र तीनश सेठी उर्फ तनु को यह अवार्ड मिला। सिरसा जिला प्रशासन ने कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली थी और तनु को फाइनल रिहर्सल में शामिल किया था।

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तनु वर्ष 2020 में चर्चा में आया था। उस समय तनु ने भारत सरकार की मायजीओवी.इन वेबसाइट पर क्विज का शौक पूरा करने के लिए हाथ आजमाए थे। वहीं से उसे मोबाइल एप बनाने की प्रेरणा मिली थी। कोरोना के कारण लगे लाकडाउन था, तो उसने इंटरनेट मीडिया संसाधन यू टयूब से मोबाइल एप के गुर सीखे। महज दो हफ्तों में ही पहली मोबाइल एप लिस्ट एप बनाई थी। मोबाइल एप को 20 जून 2020 को लांच किया था।

10वीं में पढ़ता है तनिश

तनु डबवाली के मैरीलैंड कांवेंट स्कूल में 10वीं का छात्र है। उसके पिता अजय सेठी जेबीटी है। उसकी मां सरीना पंजाब में हेड टीचर है। यह बच्चा डेढ़ वर्ष के दौरान एक दर्जन के करीब मोबाइल एप बना चुका है। देश में बोली जाने वाली 10 मुख्य भाषाओं को जानने के लिए स्पीक इंडिया एप बना चुका है। भाषा को समझने के लिए उसे आसानी से ट्रांसलेट किया जा सकता है। इसके अलावा स्पीक वल्र्ड एप विश्व भर में बोली जाने वाली 92 भाषाओं को एक-दूसरे में कन्वर्ट करके समझने में मदद करती है। इसके अलावा टेलर डायरी, स्कैन वाय : मेड इन इंडिया, सेठी क्लेप, लिस्ट अप : मेड इन इंडिया मोबाइल एप, पशुओं की बिक्री के लिए मोबाइल डिवेल्प कर चुका है।

आक्सीजन स्टोर मोबाइल एप भी बनाई थी

अप्रैल 2021 में देश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही थी। अप्रैल 2021 में तनु ने एक वीडियो देखी। जिसमें आक्सीजन के लिए लोगों को भटकता देखा तो उससे रहा नहीं गया। कुछ ऐसा करने का मन बनाया कि आक्सीजन बेचने तथा खरीदने वाले एक मंच पर आ जाएं। उसने मोबाइल उठाया, सात दिन की मेहनत रंग लाई। मोबाइल एप बना डाली, नाम रखा है आक्सीजन स्टोर। 28 अप्रैल को उसने यह मोबाइल एप लांच की थी। जोकि निश्शुल्क थी। इस एप पर दो आप्शन हथे। आक्सीजन सिलेंडर बेचने वाला एप पर साइन इन होकर सदस्य बन सकता था, अगर किसी को जरुरत है तो वह लोकेशन भरकर संबंधित इलाके में ऑक्सीन स्टोरों से संपर्क कर सकता था।

रात को मिली खबर, प्रधानमंत्री सम्मानित करेंगे

प्रधानमंत्री सम्मानित करेंगे, इसकी खबर शनिवार देर रात को तनु के स्वजनों को मिली। जब बारिश के बीच डबवाली प्रशासन ने उनका दरवाजा खटखटाया। रात को दरवाजे पर दस्तक होने से स्वजन भी हैरान हो गए थे। बाद में पता चला कि 24 जनवरी को तनु को आनलाइन सम्मानित किया जाना है। वह हरियाणा का इकलौता बच्चा है, जिसे यह सम्मान मिला।

--मुझे गर्व है कि डबवाली के बच्चे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मानित किया है। इससे पूरे देश में डबवाली का नाम ऊंचा हुआ है। महज 14 साल की उम्र में अपनी उम्र जितनी मोबाइल एप बनाने वाले तनिश सेठी से अन्य बच्चे भी प्रेरणा लेंगे।

-राजेश पूनियां, एसडीएम, डबवाली


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