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सड़क पर तड़प-तड़प कर बिन मां-बाप के बेटे की हो गई मौत, लोग देखते रहे तमाशा

यशवंत बाइक लेकर पुल से पारिजात चौक की ओर जा रहा था। तभी अचानक तीन स्कूटी सवार युवक तेजी से चौक क्रॉस करने लगे। जिससे दोनों आपस में टकरा गए और जमीन पर जा गिरे।

By manoj kumarEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 11:36 AM (IST)Updated: Thu, 18 Apr 2019 11:36 AM (IST)
सड़क पर तड़प-तड़प कर बिन मां-बाप के बेटे की हो गई मौत, लोग देखते रहे तमाशा
सड़क पर तड़प-तड़प कर बिन मां-बाप के बेटे की हो गई मौत, लोग देखते रहे तमाशा

हिसार, जेएनएन। बीकानेर चौक पर बाइक और स्कूटी की भिड़ंत में युवा व्यापारी यशवंत और अन्‍य तीन लोग बुरी तरह घायल हो गए। यशवंत ने हेलमेट नहीं पहना हुआ था और उसका सिर फट गया। वह लहूलुहान हालत में सड़क पर तड़पता रहा, मौके पर पहुंचे तीस लोग तमाशबीन बने रहे मगर किसी ने उसे अस्‍पताल पंहुचाने की जहमत नहीं उठाई। नतीजतन अपने माता पिता को पहले ही खाे चुके यशवंत की मौत हो गई। वहीं स्कूटी सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। युवा व्यापारी के हादसे की सूचना मिलने पर मेयर गौतम सरदाना नागरिक अस्पताल पहुंच गए।

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वहां पर उन्हें चिकित्सकों ने बताया कि यशवंत की मौत हो गई है।

हैरत की बात है कि जिस वक्‍त हादसा हुआ उस समय अग्रसेन भवन में जागरण चल रहा था। 30 से ज्यादा लोगों मौके पर मौजूद थे। किसी ने सड़क पर घायल पड़े युवकों को बचाने का प्रयास नहीं किया। सभी बस मूकदर्शक बनकर युवकों को तड़पता हुआ देखते रहें। तभी वहां से गुजर रहे तीन दोस्तों ने युवकों को तड़ते देखा और लोगों को एंबुलेंस नहीं बुलाने पर गालियां तक निकाली।

उसके बाद उन्होंने एक ऑटो रूकवाया और आगे बाइक लगाकर रास्ता खाली करवाते हुए गंभीर रुप से घायल यशवंत को नागरिक अस्पताल पहुंचा। लेकिन उनका यह प्रयास सफल नहीं हो पाया। नागरिक अस्पताल में बैठे मृतक यशवंत के भाई विश्वास की आंखों से आंसू रूकने का नाम नहीं ले रहे थे। माता-पिता के बाद भाई को खोने का गम उसके चेहरे पर साफ नजर आ रहा था।

माता पिता की मौत के बाद दादी के पास रहते थे दोनों भाई

मृतक यशवंत दसवीं पास था। उसका भाई विश्वास जाट कालेज से बीकॉम फाइनल ईयर कर रहा है। दोनों अपनी दादी के साथ लाजपत नगर में रहते हैं। यशवंत ने अपने पिता देशराज मदान की मौत के बाद नागोरी गेट में अपनी यश फुटवियर की दुकान संभाल ली थी। तभी से वह दुकान ही देखता था और रात साढ़े 9 बजे तक गाड़ी लेकर घर चला जाता था। उसके बाद कभी कभार बाइक लेकर अपने दोस्तों के साथ घूमने या कुछ खाने निकल पड़ता था। जानकारी के अनुसार यशवंत की मां की 15 साल पहले मौत हो गई थी। दादी ने ही दोनों भाईयों को बड़ा किया था।

रोड क्रॉस करने के चक्कर में हुआ हादसा

प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार यशवंत बाइक लेकर पुल से पारिजात चौक की ओर जा रहा था। तभी अचानक तीन स्कूटी सवार युवक तेजी से चौक क्रॉस करने लगे। जिससे दोनों आपस में टकरा गए और जमीन पर जा गिरे। यशवंत ने हेलमेंट नहीं पहना था तो उसका सिर सड़क पर तेजी से जा टकराया। जिससे उसके सिर फट गया और उसे गंभीर चोट लग गई है। वहीं स्कूटी सवार युवक भी दूर जा गिरे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार 30 मिनट बाद कुछ युवकों ने ऑटो रूकवाकर घायल यशवंत को अस्पताल पहुंचाया।

परिजनों के बार बार आ रहे थे फोन

गंभीर रुप से घायल यशवंत को जब ऑटो में अस्पताल ले जा रहे थे। तभी उसके घर से फोन आ रहा था। मोबाइल लॉक होने के कारण पहले युवक के परिजनों को फोन राहगीर नहीं कर पाए थे। मौके पर मौजूद लोगों ने फोन उठाकर हादसे के बारे में परिजनों को सूचित किया।

आज होगा पोस्टमार्टम

मृतक यशवंत के साथ हादसा होने की सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में लोग नागरिक अस्पताल पहुंच गए। जहां पर चिकित्सकों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में रखवा दिया है। वीरवार को मृतक यशवंत का पोस्टमार्टम होगा। उसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।


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