थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए रक्तदान महोत्सव आज
रेड स्क्वेयर मार्केट में सुबह आठ बजे शुरू हुआ रक्तदान महोत्सव दो चरणों में संपन्न होगा। सुबह 8 से 12 और दोपहर 12 से 3 बजे तक यह महोत्सव चलेगा। इसमें केवल वहीं रक्तदान कर सकते हैं जिन्होंने अपना पंजीकरण करवाया है।
जागरण संवाददाता, हिसार : द इन्सपायर इंडिया संस्था की ओर से शनिवार को छठा रक्तदान महोत्सव मनाया जाएगा। रेड स्क्वेयर मार्केट में सुबह आठ बजे शुरू हुआ महोत्सव दो चरणों में संपन्न होगा। सुबह 8 से 12 और दोपहर 12 से 3 बजे तक यह महोत्सव चलेगा। इसमें केवल वहीं रक्तदान कर सकते हैं, जिन्होंने अपना पंजीकरण करवाया है। इसमें मुख्य अतिथि गौतम सरदाना और विशिष्ठ अतिथि समाजसेवी सुनील बजाज होंगे। इस महोत्सव में दैनिक जागरण मीडिया पार्टनर की भूमिका में है।
इसके अलावा रिशान इन्फो स्किल प्राइवेट लिमिटेड, आइईसीएस कंप्यूटर एजुकेशन, कैरियर पावर इंस्टीट्यूट, फ्यूचर विजन एजुकेशन सोसायटी सहयोगकर्ता रहेंगे। महोत्सव में पहली बार रक्तदान करने वाली महिला और एक साथ रक्तदान करने वाले दंपती को सम्मानित किया जाएगा। आयोजन के दौरान कोरोना महामारी को देखते हुए कोविड-19 के नियमों का पालन किया जाएगा। इसके लिए ग्रुप वाइस एंट्री रखी गई है। जब पहला ग्रुप रक्तदान करके चला जाएगा तो ही दूसरे ग्रुप को प्रवेश दिया जाएगा।
द इन्सपायर इंडिया संस्था के सदस्य विनेश नागपाल ने बताया कि सबसे पहले संस्था ने अपनी शुरुआत रक्तदान शिविर व मेडिकल कैंप से की। उसके बाद कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और लगातार सात वर्षो से सामाजिक उत्थान का बीड़ा संस्था ने उठाया हुआ है। रक्तदान शिविर, मेडिकल कैंप, सद्भावना मिशन, बुक ड्राइव, फ्री शिक्षा, कचरा प्रबंधन, सफाई अभियान, पेड़ व पानी बचाओ, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निरंतर संस्था कार्य कर रही है। वर्तमान में संस्था में 200 से ज्यादा लोग एक्टिव रूप में साथ कार्य कर रहे हैं, जो समय-समय पर स्कूल, कॉलेज व घर-घर जाकर समाज के लोगों को जागरूक करने का कार्य करते हैं।
उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा हर वर्ष दिसंबर माह में एक महारक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। इस बार थैलेसीमिया रोग से पीड़ित बच्चों के लिए रक्त एकत्रित किया जाएगा। संस्था द्वारा साल 2015 में 1305 यूनिट, साल 2016 में 1276 यूनिट, साल 2017 में 1217 यूनिट व 2018 में 1674 यूनिट और 2019 में 1425 यूनिट एकत्र किया जाएगा। संस्था अब तक 50 से ज्यादा कैंप लगाकर 12 हजार यूनिट रक्त एकत्र कर रेडक्रॉस सोसाइटी व भारतीय सेना को समर्पित कर चुकी है।