दवाओं की कालाबाजारी व जमाखोरी पर अंकुश लगाने को बरवाला-उकलाना के मेडिकल स्टोरों पर छापामारी
संवाद सहयोगी बरवाला दवाओं की कालाबाजारी व जमाखोरी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिला ड्र
संवाद सहयोगी, बरवाला : दवाओं की कालाबाजारी व जमाखोरी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिला ड्रग कंट्रोल अधिकारी डॉक्टर सुरेश चौधरी ने बुधवार को बरवाला व उकलाना के मेडिकल स्टोरों पर छापामारी की। इस दौरान कई दुकानों पर नकली ग्राहक भेजकर सामान खरीदा गया। जिसमें यह पता चला कि किसी भी मेडिकल स्टोर संचालक ने एमआरपी से ज्यादा रुपये में सामान नहीं बेचा और ना ही कालाबाजारी की। छापामारी की इस कार्रवाई के दौरान कई तरह के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। जिसमें नियमानुसार उन्हें नोटिस दिया गया और उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि कमिश्नर एफडीए मोहम्मद शाइन आईएएस के निर्देश पर पूरे हरियाणा में दवाओं की कालाबाजारी व जमाखोरी करने वालों पर निरंतर छापामारी चल रही है। किसी भी सूरत में कालाबाजारी व जमाखोरी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिला ड्रग कंट्रोल अधिकारी डा. सुरेश चौधरी ने बताया कि बरवाला व उकलाना के सभी मेडिकल स्टोरों पर आवश्यक दवाओं को सरकार व विभाग द्वारा निर्धारित रेट पर बेचने के निर्देश दिए गए हैं। इतना ही नहीं कोरोना में काम आने वाली सभी आवश्यक दवाइयों को निर्धारित रेट पर बेचने के लिए सभी मेडिकल स्टोरों पर लिस्ट भी चस्पा की गई है। उन्होंने कहा कि जो भी मेडिकल स्टोर संचालक रेट लिस्ट को चस्पां नहीं करेगा। उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान जब नकली ग्राहक बनाकर भेजे गए तो उन्हें अजिथ्रोमाइसिन 500 मिलीग्राम और पेरासिटामोल 650 मिलीग्राम तथा कई अन्य प्रकार की दवाइयां सरकार व विभाग द्वारा निर्धारित रेट से भी कम रेट पर मिली। उन्होंने बताया कि इससे पहले सभी सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर व ड्रग कंट्रोल ऑफिसर ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर के वितरण में प्लांटों तथा रिफिल प्लांटों पर व्यस्त थे। अब यह कार्य एफडीए कमिश्नर मोहम्मद शाइन के अनुरोध पर सरकार द्वारा फूड सप्लाई डिपार्टमेंट को सौंप दिया गया है। अब यह सारी टीम दवाओं की कालाबाजारी को रोकने में जुटी हुई है।
कोरोना के इलाज की दवाइयों के मूल्य निर्धारित : चौधरी
जिला ड्रग कंट्रोल अधिकारी डाक्टर सुरेश चौधरी ने बताया कि सरकार ने कोरोना के इलाज की दवाइयों के मूल्य निर्धारित किए हैं। सभी दवा विक्रेताओं को इन मूल्यों की छाया प्रति भेजकर सूचित भी किया गया है ताकि कोई भी इससे अधिक मूल्य ना वसूले। इस बारे में छापामारी भी की जा रही है। अगर कोई निर्धारित रेट से ज्यादा पैसे लेता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।