बीजेपी नेता संपत सिंह बोले- सरसों खरीद में अव्यवस्था देखकर बहुत दुख हुआ
संपत सिंह ने कहा कि सीएम मनोहर के मंत्रिमंडल में लगभग आधे किसान नेता शामिल हैं। इन सभी मंत्रियों को इस संकट की घड़ी में मंडियों का प्रबंध एक सप्ताह पहले ही देखना चाहिए था।
हिसार, जेएनएन। पूर्व मंत्री एवं बीजेपी नेता प्रो. सम्पत सिंह ने कहा कि कल की सरसों की खरीद की अव्यवस्था को देखकर उन्हें बहुत दुख हुआ। कोरोना महामारी के इस संकट काल में सबसे दुखी किसान और मजदूर है। उन्होंने कहा कि वो समझते हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कोरोना वायरस के जंग की लड़ाई में देश में सबसे सफलतापूर्ण लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रिमंडल में लगभग आधे किसान नेता शामिल हैं।
इन सभी मंत्रियों को किसान की इस संकट की घड़ी में उनको मंडियों का प्रबंध एक सप्ताह पहले ही देखना चाहिए था। किसान और व्यापारी का सदियों से चोली-दामन का साथ रहा है। कृषि, खाद्य और आपूर्ति मंत्रियों को हड़ताली व्यापारियों से बात करनी चाहिए थी। सरसों की खरीद न होने की वजह से कल अन्नदाताओं की ऑखों में खून के आंसू बह रहे थे। कल मुख्यमंत्री ने व्यापारियों से बातचीत करके उनकी हड़ताल खुलवाई है।
अभी तो सरसों की खरीद ही शुरू हुई है जब गेहूं की खरीद शुरू होगी तो न जाने कितनी अव्यवस्था होगी और किसान पर कितनी मार पड़ेगी इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। कल की अव्यवस्था के कारण ही केवल मात्र आठ हजार मीट्रिक टन सरसों की खरीद हुई है। तौलने, बारदाना और नमी की समस्या की वजह से किसान को अपनी सरसों वापस लेकर घर लौटना पड़ा। सरकारी अनुमानों के अनुसार 9 लाख मीट्रिक टन सरसों खरीदी जानी है। 20 अप्रैल से गेहूं की खरीद भी शुरू हो जाएगी। यदि यहीं अव्यवस्था रही तो एक चैथाई सरसों और गेहूॅ की खरीद ही हो सकेगी।
बता दें कि संपत सिंह इनेलो सरकार में वित्त मंत्री रहे तो वे इसके बाद कांग्रेस पार्टी में आने के बाद विधायक भी बने। कई योजनाओं में विधायक बने संपत सिंह को इस बार विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिल पाई। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई की साजिश बताते हुए पार्टी को छोड़ने का निर्णय लिया। इसके बाद वे बीजेपी पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने आदमपुर सीट पर कुलदीप बिश्नोई का विरोध भी किया। नलवा से विधायक रहे संपत सिंह ने रणबीर सिंह गंगवा के लिए प्रचार भी किया था। ऐसे में उनका एक बार फिर से किसानों के हक में बयान आया है और सीएम को सही ठहराते हुए उन्होंने अन्य नेताओं को भी किसानों की सुध लेने बारे संकेत दिया है।