हांसी में सीएम फ्लाइंग की बड़ी छापेमारी, फर्जी डिग्री पर प्रैक्टिस कर रहा डॉक्टर गिरफ्तार, कई अस्पतालों में छापा
काली देवी मंदिर रोड पर स्थित रमन अस्पताल के डॉक्टर को पुलिस ने हिरासत में लिया। जांच में अस्पताल संचालक की डिग्री फर्जी मिली थी और अस्पताल से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 30 तरह के सर्जिकल औजार बरामद किये हैं।
हिसार/हांसी, जेएनएन। शहर में बगैर अनुमति के चल रहे अस्पतालों में सीएम फ्लाइंग व स्वास्थ्य विभाग संयुक्त टीम ने दूसरी पर गुरुवार को छापे मारे। काली देवी मंदिर रोड पर स्थित रमन अस्पताल के डॉक्टर को पुलिस ने हिरासत में लिया। जांच में अस्पताल संचालक की डिग्री फर्जी मिली थी और गुरुवार को भी डॉक्टर टीम के समक्ष कोई मान्यता प्राप्त डिग्री पेश नहीं कर पाया। अस्पताल से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 30 तरह के सर्जिकल औजार बरामद किये हैं। वहीं, शहर में छापेमारी की सूचना मिलते ही कई फर्जी डॉक्टर अपने क्लिनिक बंद कर फरार हो गए। मॉडल टाउन में स्थित एक क्लिनिक में छापा मारा, लेकिन डाक्टर पहले ही क्लिनिक बंद कर रफ्फुचक्कर हो चुका था।
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग व सीएम फ्लाइंग की टीम ने बीते साल सितंबर में शहर के कई अस्पतालों पर छापेमारी की थी। इस दौरान टीम ने अस्पताल संचालक डॉक्टरों की डिग्री को जांच के लिए कब्जे में लिया था। जिनकी जांच करवाने पर कई डिग्री फर्जी मिली। जिसके बाद गुरुवार को सीएम फ्लाइंग व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने शहर में उन अस्पतालों पर छापे मारे जिनके डॉक्टरों की डिग्री फर्जी मिली है। इस दौरान टीम ने कार्रवाई करते हुए रमन अस्पताल के डाक्टर आनंद कुमार को हिरासत में ले लिया। ड्रग कंट्रोलर डॉ सुरेश चौधरी ने बताया कि डॉक्टर ने जो बीएएमएस की डिग्री पेश की थी वह फर्जी मिली है और डाक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने मौके पर ही डॉक्टर को हिरासत में ले लिया। छापेमारी के दौरान अस्पताल में ओपीडी रजिस्टर तक नहीं मिला डॉक्टर धड़ल्ले से प्रैक्टिस कर रहा था। इसके बाद टीम मॉडल टाउन में स्थित मंगलम आरोग्य पीठ नामक अस्पताल में छापा मारा। यह अस्पताल एक घर में ही चलाया जा रहा है, लेकिन छापेमारी की सूचना डॉक्टर के पास पहले ही पहुंच चुकी थी और मौके पर अस्पताल बंद मिला। इस अस्पताल के डॉक्टर की डिग्री भी जांच में गैर मान्यता प्राप्त मिली है।
बगैर डिग्री प्रैक्टिस कर रहे झोलाछाप डॉक्टर
शहर में अनेक क्षेत्रों में बगैर डिग्री के झोलाछाप डाक्टर प्रैक्टिस कर रहे हैं। इनमें से ज्यादातर डॉक्टरों के पास कोई मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है। यहां तक की कई बड़े अस्पताल भी शहर में चल रहे हैं जिनके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग समय-समय पर कार्रवाई करता रहता है, लेकिन कुछ दिनों में फिर से डॉक्टर क्लिनिक खोलकर प्रैक्टिस करने लगते हैं।
जांच में फर्जी मिली डिग्री
पिछली बार छापेमारी में जो डिग्री कब्जे में ली गई थी उनकी जांच करवाई गई और उसमें ये फर्जी मिली हैं। अस्पतास से कई प्रकार के इंस्ट्रूमेंट मिले हैं जिन्हें सीज कर लिया गया। अस्पताल को सील नहीं किया गया है। - डॉ सुरेश चौधरी, ड्रग कंट्रोलर