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Bharat Bandh: भात न्योतने घर जा रही महिलाओं ने दिखाए पीले चावल और शादी का कार्ड तो मिला रास्ता

महिलाएं जब बादली के टोल प्लाजा पर पहुंची तो उन्हें आगे जाने का रास्ता नहीं दिया गया। परिवार के साथ मौजूद महिलाओं ने कारण भी बताया और वजह भी समझाईं। लेकिन आंदोलनकारी राजी नहीं हुए। परिवार में शामिल 14 महिलाओं में से कुछ की आंखों से आंसू भी निकल आए।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 26 Mar 2021 02:43 PM (IST)Updated: Fri, 26 Mar 2021 02:43 PM (IST)
Bharat Bandh: भात न्योतने घर जा रही महिलाओं ने दिखाए पीले चावल और शादी का कार्ड तो मिला रास्ता
आंदोलनकारियों के सामने महिलाओं की आंखों से निकलें आंसू, समालखा से गुरुग्राम के लिए चला था परिवार

झज्‍जर/बादली [कपिल शर्मा] समालखा से गुरुग्राम भात न्योतने के लिए जा रहे एक परिवार की महिलाएं जब बादली क्षेत्र के टोल प्लाजा पर पहुंची तो उन्हें आगे जाने का रास्ता नहीं दिया गया। परिवार के साथ मौजूद महिलाओं ने कारण भी बताया और वजह भी समझाईं। लेकिन, आंदोलनकारी राजी नहीं हुए। परिवार में शामिल 14 महिलाओं में से कुछ की आंखों से आंसू भी निकल आए। बात नहीं बन पाई। फिर एक महिला पीले चावल और शादी का कार्ड निकाल कर लाईं। जिसके बाद उन्हें आगे जाने का रास्ता दिया गया। हालांकि, दोनों पक्षों की सहमति बन जाने के बाद परिवार में शामिल लोगों की आवभगत भी की गईं। जिसके बाद उन्हें रवाना किया गया।

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बता दें कि तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग के मद्देनजर ढांसा बॉर्डर पर प्रधान विनोद गुलिया की अध्यक्षता में धरना दिया जा रहा है। शुक्रवार को धरने पर बैठे आंदोलनकारियों ने कुंडली पलवल एक्सप्रेस वे पर बीचों-बीच बैठते हुए रास्ता जाम किया। जिसकी वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लाइन लग गई। इन्हीं लंबी लाइनों में एक बस समालखा के परिवार की भी थी। जो कि गुरुग्राम भात न्योतने के लिए निकला था। मगर चक्का जाम के दौरान केएमपी पर भी इस तरह की स्थिति बन जाएगी, इस बात से वे अनजान थे। जिसकी वजह से उन्हें परेशानी उठानी पड़ी।

किसानों को दिया शादी का न्यौता : जाम के दौरान पहले तो बस में मौजूद पुरुषों ने अपनी बात रखते हुए आगे जाने के लिए आग्रह किया। जब पुरुषों से बात नहीं बनी तो महिलाएं गाड़ी में से निकलकर आई। इस दौरान उन्होंने अपनी मजबूरी बताते हुए हाथ जोड़े। आंखों से आंसू भी निकलें और रास्ता देने के लिए हाथ भी जोड़े। सहमति बन जाने के बाद परिवार की ओर से धरना दे रहे किसानों को शादी का न्यौता भी दिया। गाड़ी में 14 महिलाएं, 5 पुरुष और चार बच्चें मौजूद थे। गाड़ी में मौजूद लोगों ने बताया कि सुबह जल्दी ही घर से निकले थे। काफी समय तक जाम में फंसे रहे और बाद में गाड़ी निकलवाने में भी काफी समय लग गया। जबकि, आगे परिवार इंतजार कर रहा हैं।


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