भारत बंद का झज्जर की सड़कों पर दिख रहा खूब असर, मगर बाजार नहीं हैं बंद
रोडवेज की बसों का संचालन भी नहीं हो रहा। सुबह के समय में बसों को रूट पर निकाला गया था। लेकिन जैसे-जैसे मार्गों पर आंदोलनकारियों ने उतरते हुए व्यवस्था को बाधित करना शुरु किया। उसके बाद से बसों का संचालन भी रोक दिया गया।
झज्जर, जेएनएन। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को भारत बंद के आह्वान का सड़कों पर खूब असर दिख रहा हैं। हालांकि, जिला मुख्यालय स्थित ग्रामीण आंचल के बाजार हो या ग्रामीण बाजार, सभी खुले हैं। जिला मुख्यालय से होकर गुजरने वाले प्राय: सभी मार्गों पर यातायात व्यवस्था बाधित हैं। सैंकड़ों वाहन अलग-अलग रास्तों पर जाम में फंसे हुए हैं। रोडवेज की बसों का संचालन भी नहीं हो रहा। सुबह के समय में बसों को रूट पर निकाला गया था। लेकिन, जैसे-जैसे मार्गों पर आंदोलनकारियों ने उतरते हुए व्यवस्था को बाधित करना शुरु किया।
उसके बाद से बसों का संचालन भी रोक दिया गया। बस स्टैंड सहित अन्य स्टैंडों पर फंसी सवारियां परेशान हो रही हैं। त्योहार नजदीक होने की वजह से उन लोगों को विशेष दिक्कत उठानी पड़ रही है। जिन्हें अपने घर वापिस लौटना हैं। भारत बंद को लेकर पुलिस की टीम भी अपने स्तर पर व्यवस्था बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। जिन मार्गों पर यातायात बाधित हो रखा हैं, उसे डाइवर्ट करते हुए दूसरे मार्गों से निकालने का प्रयास किया जा रहा हैं। ताकि, लोग सड़क पर फंसे नहीं रहे।
बाजार के काम पर भी पड़ेगा प्रतिकूल असर : जिला मुख्यालय स्थित बाजार की बात करें तो मुख्य तौर पर ग्रामीण आंचल से आने वाले लोगों पर निर्भर हैं। लेकिन, जिस तरह से अभी तक का माहौल दिख रहा हैं, से साफ प्रतीत हो रहा है कि आवागमन में काफी परेशानी हो रही हैं। जबकि, बंद का आह्वान 6 बजे तक के लिए किया गया है। ऐसी स्थिति में त्योहार से ठीक एक दिन पहले हुए भारत बंद से कारोबार पर भी प्रतिकूल असर पड़ने वाला हैं। हां, बाजार में दुकान कोई भी बंद नहीं है और ना ही बंद करवाने के लिए कोई बाजार में आया है।
चौक-चौराहों पर पुलिस की तैनाती : जिला मुख्यालय स्थित चौक-चौराहों पर पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की गई हैं। ऐसा ही हाल ग्रामीण क्षेत्र में भी है। जहां-जहां पर आंदोलनकारी सड़क पर उतरते हुए अपना विरोध व्यक्त कर रहे हैं। वहां पर पुलिस की टीम उन्हें समझाने का भी प्रयास कर रही हैं।