Bank employees strike : आज से दो दिन की हड़ताल पर बैंक कर्मचारी, तीन दिन बाद खुलेंगे बैंक
प्रदेशभर में बैंककर्मी हाथों में बैनर लिए धरने पर बैठ गए हैं। 2 फरवरी का रविवार होने के कारण तीन दिन बाद बैंकों का ताला खुलेगा। एटीएम खाली होंगे तो करोड़ों का लेनदेन प्रभावित होगा
हिसार/फतेहाबाद, जेएनएन। आज से बैंक कर्मचारी दो दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। प्रदेशभर में बैंककर्मी हाथों में बैनर लिए धरने पर बैठे नजर आए। 2 फरवरी का रविवार होने के कारण अब तीन दिन बाद बैंकों का ताला खुलेगा। ऐसे में करोड़ों रुपयों का लेन-देन प्रभावित होगा। वहीं लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ेगा। वहीं बैंक कर्मचारियों ने एलान कर दिया है कि वे किसी भी सूरत में बैंक में नहीं आएंगे और धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा।
पिछले ही दिनों में बैंक कर्मचारियों न बैठक कर ऐलान किया था कि सरकार ने अगर उनकी मांगों को नहीं माना तो 31 जनवरी व 1 फरवरी को दो दिन की हड़ताल की जाएगी। बृहस्पतिवार को बैंक कर्मचारियों को बैठक के लिए बुलाया भी गया। लेकिन बैठक में सहमति नहीं बनी। पहले से जो हड़ताल तय थी उनके अनुसार ही हड़ताल होगी। वहीं मार्च महीने में तीन दिनों तक फिर हड़ताल पर जाएंगे।
बैंक कर्मचारियों की ये हैं मुख्य मांगें
केंद्र सरकार द्वारा लंबित वेतन वृद्धि समझौता व अन्य मुख्य मांगों को लेकर सरकार के नकारात्मक रवैये के विरोध में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले यह हड़ताल की जाएगी। सभी कर्मचारी हिसार रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के सामने धरना देंगे। कर्मचारियों की मांग है कि 20 महीने से पेंशन नीति को रोका गया है। पेंशन लागू करने के लिए कर्मचारी कई बार मिल चुके है लेकिन कुछ नहीं हुआ है। इसके अलावा वेतन वृद्धि का मुद्दा भी कई बार उठा चुके है। आरबीआई केवल उनकी बात सुनता है और मांगों पर गौर तक नहीं किया जा रहा है। इन दो प्रमुख मांगों को लेकर ही कर्मचारी हड़ताल पर जा रहे है।
एटीएम भी हो जाएंगे खाली
दो दिन कर्मचारियों की हड़ताल व अगले दिन अवकाश होने के कारण एटीएम भी खाली हो जाएंगे। हालांकि आजकल लोग ऑनलाइन पेमेंट अधिक करते है। यही कारण है कि बृहस्पतिवार को बैंकों में भीड़ नहीं रही। दो दिन की हड़ताल के कारण लेनदेन प्रभावित होगा तो ऐसे में एटीएम में रुपये भी समाप्त हो जाएंगे। हालांकि अग्रणी बैंक अधिकारी द्वारा आदेश दे दिए है कि एटीएम मेें रुपये खत्म नहीं होने चाहिए।
----बृहस्पतिवार को उच्चाधिकारियों के साथ बैठक हुई थी। बैठक के दौरान उनकी मांगों पर विचार तक नहीं किया गया। हमारी दो मांगें थी लेकिन आरबीआई ने इन मांगों को मानने से इन्कार कर दिया है। ऐसे में पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार दो दिनों की हड़ताल रहेगी। सरकारी बैंक में कोई भी कर्मचारी काम नहीं करेगा।
जगदीश मोंगा, क्षेत्रीय सचिव, यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन।