भिवानी में बडेसरा डबल मर्डर मामला, 25 हजार का इनामी बदमाश अमन उर्फ मीनू गिरफ्तार
गांव बडेसरा में चार साल पहले चौधर की जंग में बलजीत और भल्लेराम की हत्या हुई थी। आनंद पहलवान व भल्लेराम परिवार के बीच एक दशक से जंग चल रही है। इसमें 54 लोगों पर केस दर्ज हुआ था। इनमें से 22 गिरफ्तार हो चुके हैं।
हिसार/भिवानी, जेएनएन। गांव बडेसरा में चार साल पहले हुए बलजीत-भल्लेराम डबल मर्डर मामले में तीन साल से उद्घोषित 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश बडेसरा निवासी अमन उर्फ मीनू को काबू किया है। पुलिस को आरोपित की कई सालों से तलाश थी। पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
सीआइए स्टाफ-1 भिवानी इंचार्ज निरीक्षक योगेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस की स्पेशल टीम के इंचार्ज मुख्य सिपाही नरेश ने सूचना के आधार पर डबल मर्डर मामले में 25 हजार रुपये के अति वांछित एवं इनामी मुख्य आरोपित गांव बडेसरा निवासी अमन उर्फ मीनू को मुंढाल चौक के पास से गिरफ्तार किया है। रविवार रात को काबू किए गए आरोपित को वर्ष 2018 में उद्घोषित आरोपित घोषित किया था। जिसके बाद से उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही थी।
गांव बडेसरा में कई सालों से चली आ रही चौधर की जंग
गांव बडेसरा में आनंद पहलवान व भल्लेराम परिवार के बीच सरपंची की चौधर को लेकर पिछले करीब एक दशक से जंग चली आ रही है। इस जंग को लेकर गांव में कई मर्डर हो चुके है। 8 जुलाई 2017 को भी इसी रंजिश को लेकर आनंद पहलवा व उसके परिवार के लोगों ने बलजीत व उसके भाई भल्लेराम सहित अन्य रिश्तेदारों
पर हमला कर दिया था। बलजीत व भल्लेराम दो ट्रैक्टरों पर सवार होकर अपने खेत में कार्य के लिए गए थे। खेत से वापस आते वक्त गांव की गली में पहले से ही साजिश के तहत मौजूद आनंद ने अपने परिवार जनों के साथ मिलकर बलजीत व उसके परिवार जनों पर हमला कर दिया था। इस हमले में बलजीत की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि उकसे भाई भल्लेराम की 10 दिन बाद पीजीआइ रोहतक में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई थी।
54 व्यक्तियों पर हुआ था केस, 22 किए जा चुके काबू
सीआइए-1 भिवानी के इंचार्ज योगेश कुमार ने बताया कि डबल मर्डर मामले में 54 व्यक्तियों पर केस दर्ज हुआ था। इस मामले में अब तक कुल 22 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है।