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सरकारी बैंक कर्मियों की हड़ताल के दूसरे दिन रोहतक में एटीएम के शटर भी रहे डाउन

शनिवार रविवार सोमवार और अब मंगलवार लगातार चार दिन बैंक बंद रहने से सामान्य लेनदेन के साथ ही व्यापार जगत को क्षति पहुंची है। बैंक के कामकाज प्रभावित हुए हैं। नए खाते नहीं खुल सके। पासबुक में एंट्री व चालान फीस भी जमा नहीं हो सकी

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 16 Mar 2021 02:57 PM (IST)Updated: Tue, 16 Mar 2021 02:57 PM (IST)
सरकारी बैंक कर्मियों की हड़ताल के दूसरे दिन रोहतक में एटीएम के शटर भी रहे डाउन
बुधवार को ठीक चार दिन बाद सुबह 10 बजे से रूटीन की तरह बैंक खुलेंगे, व रोहतक में जमा प्रदर्शनकारी

रोहतक, जेएनएन। निजीकरण के विरोध में बैंक कर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन जारी रही। पहले दिन चेक क्लीयरेंस से लेकर अन्य बैंक कार्य बाधित रहे। वहीं, दूसरे दिन कैश खत्म हो जाने से एटीएम के शटर भी डाउन रहे। आमजन के लिए परेशानी बढ़ गई। शनिवार, रविवार, सोमवार और अब मंगलवार लगातार चार दिन बैंक बंद रहने से सामान्य लेनदेन के साथ ही व्यापार जगत को क्षति पहुंची है। बैंक के कामकाज प्रभावित हुए हैं।  नए खाते नहीं खुल सके। पासबुक में एंट्री व चालान फीस भी जमा नहीं हो सकी अब बुधवार को ठीक चार दिन बाद सुबह 10 बजे से रूटीन की तरह बैंक खुलेंगे।

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बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल में दूसरे दिन भी शामिल रहे। निजीकरण के विरोध में बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों के संघ के बड़े विरोध प्रदर्शन हुए। कोर्ट रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में दूसरे  दिन भी  तालाबंदी रही। दूसरे बैंकों में भी तालाबंदी कर दी गई। कर्मचारियों ने इकट्ठे होकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विरोध में शामिल कर्मचारी संगठन के नेताओं ने निजीकरण को देश के लिए खतरनाक बताय,  कहा कि देश की जनता की पूंजी उन लोगों को सौंपने की तैयारी है, जोकि खुद डिफाल्टर हैं। विभिन्न यूनियन ने दावा किया कि हड़ताल सफल रही, सभी ने हड़ताल को सफल बनाने में सहयोग दिया।

सफल रही हड़ताल, सभी का रहा साथ : यूनियन

बैंक अधिकारी संघ के उप महासचिव जितेंद्र सिवाच ने बताया कि यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियन के बैनर तले हड़ताल जारी है। सभी यूनियन का साथ मिला है। आफिसर एसोसिएशन और क्लर्क यूनियन भी साथ आए हैं।  जिले की 12-13 बैंकों की करीब 150 शाखाओं के 2500-3000 अधिकारियों-कर्मचारियों ने आंदोलन में भागीदारी दी। जिले में करीब 223 एटीएम हैं। इन एटीएम का सहारा सोमवार को उपभोक्ताओं काे रहा। वहीं, कैश खत्म होने से दूसरे दिन कई स्थानों पर एटीएम भी ठप रहे।

उपभोक्ता रहे परेशान

बैंक अधिकारियों-कर्मचारियों की हड़ताल के चलते आम उपभोक्ता परेशान रहे। कुछ ऐसे भी उपभोक्ता थे जिन्हें हड़ताल की जानकारी नहीं थी। इसलिए बैंक शाखाओं में पहुंचे उपभोक्ताओं को वापस लौटना पड़ा। कोर्ट रोड स्थित मुख्य शाखा में गोहाना अड्डा पर हड़ताल की जानकारी न होने से उपभोक्ता पहुंच रहे हैं। किसी को नकदी जमा करानी है तो किसी को पासबुक में एंट्री करानी है। हड़ताल के चलते वापस लौटना पड़ रहा है।


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