Army recruitment in Hisar: 200 से 500 रुपये लेकर अभ्यर्थियों की बनाई फर्जी कोरोना रिपोर्ट, दो युवक पकड़े
सुबह चार बजे ही पुलिस भी सक्रिय हाे गई और अभ्यर्थियों से पूछताछ कर फर्जी रिपोर्ट तैयार करने वाले दो युवकों को आर्मी कैंट के पास से ही पकड़ लिया गया। हालांकि इन युवकों से अभी पुलिस शुरुआती पूछताछ कर रही है।
हिसार, जेएनएन। हिसार कैंट में शनिवार को सुबह तीन बजे से सेना भर्ती की प्रक्रिया शुरू होते ही एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां सिरसा और जींद से आए अभ्यर्थियों के पास से फर्जी कोरोना लक्षण रिपोर्ट पाई गई। एक दो अभ्यर्थी नहीं बल्कि 50 के आसपास अभ्यर्थियों के पास प्राइवेट लैब से जुड़ी कोरोना रिपोर्ट सामने आई। ऐसे में सुबह चार बजे ही पुलिस भी सक्रिय हाे गई और अभ्यर्थियों से पूछताछ कर फर्जी रिपोर्ट तैयार करने वाले दो युवकों को आर्मी कैंट के पास से ही पकड़ लिया गया। हालांकि इन युवकों से अभी पुलिस शुरुआती पूछताछ कर रही है। इस घटना के बाद इन युवकों से रिपोर्ट बनवाने वाले युवाओं को आर्मी कैंट के भीतर ही बैठा लिया गया। इन्हें इस प्रक्रिया में प्रतिभाग करने नहीं दिया।
निजी लैब से गायब मिली मोहर
अधिकारियों ने जब अभ्यर्थियों की कोरोना लक्षण की रिपोर्ट को गौर से देखा तो इस पर कैंट स्थित एक निजी लैब की मोहर लगी मिली। इसके साथ ही पैथोलॉजिस्ट के हस्ताक्षर भी हो रहे थे। मामले की जानकारी मिलते ही निजि लैब प्रबंधन से जुड़े लोग आर्मी कैंट के सामने आ गए। वह पुलिस से बार- बार कहते दिखाई दिए कि उनकी गैरमोजूदगी में कोई मोहर ले गया है। हालांकि पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
500-500 रुपये किए वसूल
जिन अभ्यर्थियों ने इन लोगों से कोरोना की रिपोर्ट बनावाई, उनमें से कई लाेगों ने बताया कि 200 से 500 रुपये तक रिपोर्ट बनाने के लिए हैं। यहां तक कि उन्हें विश्वास दिलाया कि यह रिपोर्ट आर्मी कैंट में मान्य है। मगर सेना के अफसरों ने रिपोर्ट देखते ही स्थिती को भांप लिया और ऐसी फर्जी रिपोर्ट तैयार कराने वालों को बैठा लिया। गौरतलब है कि सेना भर्ती कार्यालय के प्रवक्ता ने पहले ही साफ कर दिया था कि अभ्यर्थियों को कोरोना लक्षण की रिपोर्ट किसी सरकारी चिकित्सालय के चिकित्सक से बनवाकर लानी है।