हांसी के धरने पर एलान, आज जींद में लिया जाएगा बड़ा फैसला
अपनी मांगों को लेकर किसान लगातार आठ दिनों से हांसी के लघु सचिवालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। सोमवार को धरने पर मंगलवार को जींद में होने वाली मीटिग की चर्चाएं होती रही।
संवाद सहयोगी, हांसी : अपनी मांगों को लेकर किसान लगातार आठ दिनों से हांसी के लघु सचिवालय के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। सोमवार को धरने पर मंगलवार को जींद में होने वाली मीटिग की चर्चाएं होती रही। प्रदेश के सभी टोलों के नियुक्त प्रधानों की हांसी धरने पर एक बैठक हुई थी, जिसमें एलान किया गया था कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो 16 नवंबर को जींद की जाट धर्मशाला में प्रदेश के सभी संगठनों की मीटिग बुलाकर कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा। अब सभी की निगाहें मंगलवार को जींद में होने वाली बैठक पर टिकी है। बैठक के अनुसार ही हांसी धरने की आगामी रूपरेखा तैयार की जाएगी।
वहीं, दूसरी ओर खुफिया विभाग की अधिकारी भी धरने पर होने वाली सभी गतिविधियों पर ध्यान गड़ाए हुए है और पल-पल की अपडेट उच्च-अधिकारियों तक भेजी जा रही है।
सोमवार को धरने पर मौजूद नेताओं ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि देश में किसान की सुनने वाला कोई नहीं है। किसान अपने हकों के लिए लंबे समय से आंदोलन करने को मजबूर है। परंतु सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। हांसी धरने को उसी समय समाप्त किया जाएगा जब उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी मांगे जायज है। नारनौंद में राज्यसभा सदस्य रामचंद्र जांगड़ा का विरोध करते समय जानबूझकर कुलदीप राणा को चोट मारी गई है साथ ही किसानों पर झूठे मुकदमें दर्ज किए गए हैं। उन्होंने धरने पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों के पहुंचने के आह्वान किया। साथ ही कहा कि यदि धरने पर जितनी ज्यादा संख्या में लोग पहुंचेंगे उतना ही ज्यादा प्रशासन पर दबाव बनेगा और जल्द ही उनकी मांगों पर मुहर लगने का काम होगा।