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किसान आंदोलन : दुष्‍कर्म केस में चढूनी की सफाई, मोर्चे के कहने पर ही युवती के पिता ने दर्ज करवाई FIR

हरियाणा के किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने कानूनी कार्रवाई में देरी को लेकर युवती के पिता पर ही ठीकरा फोड़ दिया है। सोमवार को टीकरी बॉर्डर पर चढूनी ने कहा कि दुष्कर्म मामले में युवती का पिता पुलिस को शिकायत नहीं देना चाहता था। हमारे कहने पर शिकायत दी।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 04:46 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 04:46 PM (IST)
किसान आंदोलन : दुष्‍कर्म केस में चढूनी की सफाई, मोर्चे के कहने पर ही युवती के पिता ने दर्ज करवाई FIR
बंगाल की युवती से सामूहिक दुष्कर्म मामले में एफआइआर में देरी का ठीकरा चढूनी ने पीड़िता के पिता पर फोड़ा

बहादुरगढ़, जेएनएन। कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में आई बंगाल की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में किसान नेता गुरनाम चढूनी आज पहली बार बोले हैं। दुष्‍कर्म किए जाने के आरोप में किसान सोशल आर्मी के चार नेताओं समेत छह लोगों पर दर्ज मामले में किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी ने अजीब बात कही है। उन्होंने इस मामले में कानूनी कार्रवाई में देरी को लेकर एक तरह से युवती के पिता पर ही ठीकरा फोड़ दिया है।

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सोमवार को टीकरी बॉर्डर पर अपने संगठन के कार्यकताओं के साथ आंदोलनकारियों के तंबुओं का जायजा लेने पहुंचे चढूनी ने कहा कि दुष्कर्म मामले में युवती का पिता पुलिस को शिकायत नहीं देना चाहता था। वह कोई मामला दर्ज करवाने को राजी नहीं थे। उन्होंने तो पुलिस को बोल दिया था कि युवती की कोरोना से मौत हुई है। बाद में युवती की मां ने कहा और संयुक्त मोर्चा ने भी एफआइआर दर्ज करवाने के लिए कई बार कहा।

इसके बाद उसके पिता द्वारा शिकायत दी गई। इसमें जो देरी हुई, वह युवती के पिता की तरफ से हुई। चढूनी ने यहां तक कहा कि युवती ने पहले भी खुलकर आपबीती नहीं बताई। हालांकि कानूनी कार्रवाई की पहल संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से न होने के सवाल पर चढूनी भड़कते नजर आए और कहा कि हमारे से उल्टे-पुल्टे सवाल पूछे जाते हैं। इसलिए हम किसी से बात नहीं करना चाहते।

चढ़ूनी ने आंदोलन स्थल पर महिला सुरक्षा को लेकर कहा कि उनके तंबू, शौचालय सब अलग हैं। जितना हो सकता है यहां पर महिलाओं की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोपितों ने हमारे से काेई संपर्क नहीं किया और न ही हमने उनसे कोई संपर्क किया। मोर्चा ने कई दिन पहले टीकरी बॉर्डर पर आरोपितों के तंबू उखाड़ दिए थे। वहीं इसके उलट युवती के माता पिता के न्‍याय के लिए भटकने की बातें सामने आ रही हैं। बेटी ने पिता को कहा था कि उसके साथ गलत हुआ है। कोरोना होने के बाद युवती की जान नहीं बची, मगर इससे पहले उसका मेडिकल भी नहीं करवाया गया। वहीं चढूनी की बातों से अब नए सवाल खड़े हो गए है।


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