धरने पर बैठे अनिल महला की बिगड़ी तबीयत
निगम कार्यालय के समक्ष 22 जून से हर कार्यदिवस को धरने पर बैठ रहे अनिल महला ने कहा कि यदि उन्हें कुछ हो जाता है तो इसके लिए जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारी जिम्मेवार होंगे। इन अधिकारियों की वजह से ही उन्हें लगातार धरना चलाना पड़ रहा है क्योंकि यह पूरी तरह से संवेदनहीन हो चुके हैं। डेढ़ महीने से धरना जारी है लेकिन आज तक अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ली।
जागरण संवाददाता, हिसार : नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ तथा क्षेत्र से अवैध कब्जे व अतिक्रमण हटवाने की मांग पर निगम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे सांझा मोर्चा के अध्यक्ष अनिल महला की तबीयत अचानक बिगड़ गई। गर्मी व उमस की वजह से वह अचेत हो गए, जिन्हें पीएलए एसोसिएशन के प्रधान सतपाल ठाकुर ने संभाला।
निगम कार्यालय के समक्ष 22 जून से हर कार्यदिवस को धरने पर बैठ रहे अनिल महला ने कहा कि यदि उन्हें कुछ हो जाता है तो इसके लिए जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारी जिम्मेवार होंगे। इन अधिकारियों की वजह से ही उन्हें लगातार धरना चलाना पड़ रहा है, क्योंकि यह पूरी तरह से संवेदनहीन हो चुके हैं। डेढ़ महीने से धरना जारी है, लेकिन आज तक अधिकारियों ने उनकी सुध नहीं ली।
महला ने कहा कि यदि उन्हें कुछ हुआ तो उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, हिसार नगर निगम आयुक्त अशोक गर्ग, संयुक्त आयुक्त शालिनी चेतल, डीएमसी प्रदीप हुड्डा, कार्यकारी अधिकारी अमन ढांडा, संदीप धुंधवाल, संदीप सिहाग व बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को जिम्मेदार माना जाए।