अवैध बोरवेल पर केस दर्ज होने से आंदोलनकारियों में पनपा आक्राेश, झंडे लेकर पुलिस चौकी पहुंचे
50 से ज्यादा पंजाब के किसान झंडे लेकर सेक्टर-9 पुलिस चौकी में पहुंच गए। वे पुलिस अधिकारियों से तर्क-वितर्क के लिए आए थे। आंदोलनकारियों का कहना था कि गर्मी आ चुकी है। पानी तो चाहिए। अगर पानी नहीं मिलता है तो उनके पास बोरवेल के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं।
बहादुरगढ़, जेएनएन। नेशनल हाइवे-9 की जमीन पर अवैध बोरवेल को लेकर केस दर्ज किए जाने के बाद आंदोलनकारियों में आक्राेश पनप गया है। बुधवार को 50 से ज्यादा पंजाब के किसान झंडे लेकर सेक्टर-9 पुलिस चौकी में पहुंच गए। वे पुलिस अधिकारियों से तर्क-वितर्क के लिए आए थे। यहां पर चौकी प्रभारी नहीं थे। इसके बाद आंदोलनकारी वापस लौट गए। आंदोलनकारियों का कहना था कि गर्मी आ चुकी है। पानी तो चाहिए। अगर पानी नहीं मिलता है, तो उनके पास बोरवेल के अलावा दूसरा कोई चारा नहीं।
आंदोलनकारियों का कहना था बोरवेल उन्होंने लगवाया है। ऐसे में लगाने वालों को पुलिस तंग न करे। जिस वक्त ये किसान पहुंचे, तब चौकी प्रभारी कोर्ट के काम से बाहर गए थे। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने किसानों से सवाल किया कि सुरक्षा और कानून के लिहाज से क्या यह सही है। नेशनल हाइवे का फ्लाईओवर है। उसके पास इस तरह से सड़क पर बोरवेल क्यों किया गया। इस तरह की बातचीत के बाद किसान वापस लौट गए। हालांकि इससे पहले इतनी संख्या में किसानाें के झंडे लेकर चौकी में पहुंचने से पुलिसकर्मी भी एक बार तो असहज हुए। बता दें कि मंगलवार को बहादुरगढ़ में पुलिस ने दो मामले दर्ज किए थे।
एक मामला सदर थाना में और दूसरा शहर थाना में दर्ज हुआ था। सदर थाना में तो अवैध निर्माण को लेकर केस दर्ज किया गया था। जबकि शहर थाना में अवैध बोरवेल को लेकर कार्रवाई की गई। प्रशासन की ओर से तो हाइवे पर पक्के निर्माण को हटाने को लेकर भी चेतावनी दी गई थी। मगर अभी तक इस तरह की कार्रवाई देखने को नहीं मिली है।