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आंगनबाड़ी वर्करों ने मांगों को लेकर सिरसा में बरनाला रोड पर तीन जगह किया स्टेट हाइवे जाम

आंगनबाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स ने शुक्रवार को भी मांगों को लेकर बरनाला रोड पर तीन जगह स्टेट हाइवे जाम किया। पुलिस कर्मचारियों ने जाम से निपटने के लिए वाहनों के रूट बदलने पड़े। वर्करों की बाबा भूमणशाह चौक पर पुलिस कर्मचारियों के साथ बहस भी हुई।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 28 Jan 2022 05:01 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jan 2022 05:01 PM (IST)
आंगनबाड़ी वर्करों ने मांगों को लेकर सिरसा में बरनाला रोड पर तीन जगह किया स्टेट हाइवे जाम
सिरसा में आंगनबाड़ी वर्कर्स ने तीन जगहों पर रोड जाम किया और पुलिस से बहस भी हुई

जागरण संवाददाता, सिरसा : सिरसा में आंगनबाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स ने शुक्रवार को भी मांगों को लेकर बरनाला रोड पर तीन जगह स्टेट हाइवे जाम किया। इससे बरनाला रोड पर लंबा जाम लग गया। पुलिस कर्मचारियों ने जाम से निपटने के लिए वाहनों के रूट बदलने पड़े। वर्करों की बाबा भूमणशाह चौक पर पुलिस कर्मचारियों के साथ बहस भी हुई। इसके बाद वहां भी वर्करों ने 15 मिनट तक रोड पर धरना देकर प्रदर्शन किया।

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---- पुलिस को दिया चकमा

लघु सचिवालय के सामने आंगनबाड़ी एवं हेल्पर वर्कर्स शुक्रवार को सुबह दस एकत्रित होने लगी। इसके बाद प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय से दोपहर एक बजे बरनाला रोड पर निकली। वर्करों के प्रदर्शन को देखते हुए सांसद सुनीता दुग्गल के आवास की तरफ पुलिस बल तैनात कर दिया। मगर वर्कर्स ने बरनाला रोड पर बैठकर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इस मिनट तक प्रदर्शन करने के बाद वापस दक्ष प्रजापति चौक की तरफ बढ़ने लगी। वर्करों ने दस दक्ष प्रजापति चौक के समीप दस मिनट तक धरना दिया।

--- बाबा भूमण चौक पर रोड पर बैठी वर्कर्स

प्रदर्शन करते हुए वर्कर्स बाबा भूमण शाह चौक पर पहुंची। वर्कर्स को देखते ही पुलिस कर्मचारियों ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व बिजली मंत्री चौधरी रणजीत सिंह के आवास की तरफ जाने वाले रास्ते पर बेरिकेड्स लगा दिए। वर्कर्स ने पुलिस कर्मचारियों को उपमुख्यमंत्री के आवास की तरफ जाने वाले रास्ते से बेरिकेड्स हटाने की बात कही। मगर पुलिस कर्मचारियों ने ऐसा करने से मना कर दिया। इसी को लेकर वर्कर्स की पुलिस कर्मचारियों से बहस भी होती रही। वर्कर्स ने रोष जताते हुए बाबा भूमणशाह पर फिर से जाम लगा दिया। वर्कर्स रोड के बीचोबीच बैठ गई। इसके बाद नारेबाजी करते हुए दोपहर दो बजे धरना समाप्त किया।

--सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए

यूनियन की सचिव प्रोमिला, शकुंतला जागलान, अनसुईया, गायत्री व वीरोरानी ने कहा कि जब तक वर्कर्स की मांग पूरी नहीं होगी उनका आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्कर्स की मांग सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक न्यूनतम वेतन आंगनबाड़ी वर्कर्स को 24 हजार रुपये व हेल्पर्स को 16 हजार रुपये दिया जाए। उन्होंने कहा कि 2018 में की गई घोषणाओं को लागू करते हुए महंगाई भत्ते की तमाम किस्त मानदेय में जोड़कर की जाए। महंगाई भत्ते का बकाया एरियर भी तुरंत दिया जाए। विभाग द्वारा बिना मोबाइल फोन दिए व अन्य संसाधन दिए वर्कर्स पर आनलाइन का काम न करवाया जाए। उन्होंने कहा कि वर्कर्स की मांग आंगनबाड़ी वर्कर से सुपरवाइजर के रूप में 50 प्रतिशत की पदोन्नति को बिना किसी शर्त के लागू किया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया बढ़ाया जाए।


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