बचपन में रहता था बीमार तो अमित को स्वजनों ने दिखाई खेल की राह, अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनिशप में जीता रजत
एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 10 किलोमीटर पैदल चाल मुकाबले में चांदी जीतने वाले रोहतक के अमित तमाम बच्चों के लिए मिसाल बन गए हैं। राेहतक के इस्माईला गांव निवासी अमित खत्री के बड़े भाई सुमित खत्री ने बताया कि अमित बचपन से दुबला पतला था।
रतन चंदेल, रोहतक : अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के 10 किलोमीटर पैदल चाल मुकाबले में चांदी जीतने वाले रोहतक के अमित तमाम बच्चों के लिए मिसाल बन गए हैं। राेहतक के इस्माईला गांव निवासी अमित खत्री के बड़े भाई सुमित खत्री ने बताया कि अमित बचपन से दुबला पतला था। वह बीमार रहता था। हालांकि खेलने में उनकी रुचि थी। जिसके बाद माता-पिता ने अमित को खेल की राह दिखाई और 2014 में बहादुरगढ़ स्थित एक डा. ललित भनौत एथलेटिक्स एकेडमी में भेज दिया।
जहां पर अमित ने पैदल चाल खेल का ककहरा सीखा। उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और कड़ी मेहनत की। स्टेट व नेशनल कैंप में उनका चयन हो गया। खेल प्रतिभा और प्रशिक्षकों के सही मार्गदर्शन के चलते उन्होंने अब तक अनेक मेडल जीते हैं। अमित ने नैराबी में हुई अंडर-20 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की 10 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा में चांदी जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। 17 वर्षीय अमित ने 42:17.94 मिनट का समय लेकर रजत पदक जीता है। अमित ने नेशनल में कई बार रिकार्ड बनाए हैं।
अमित के पिता हवलदार सुरेश कुमार का कहना है कि अमित से विश्व चैंपियनशिप में न केवल गोल्ड मेडल बल्कि रिकार्ड बनाने की भी उम्मीद थी लेकिन अब रजत पदक से भी वे खुश हैं। हालांकि अमित का यह प्रदर्शन भी काबिले तारीफ है। उनको खुशी है के अमित ने विदेशी जमीन पर देश का मस्तक ऊंचा किया है। इससे दूसरे खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी। घर आने पर अमित का ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया जाएगा। वहीं, अमित की मां प्रमिला ने बताया कि बेटे ने देश का गौरव बढ़ाया है। घर आने पर उनकाे देशी घी का चूरमा खिलाया जाएगा। अमित खत्री ने स्वजनों को बताया कि उन्हें इस नतीजे की उम्मीद नहीं की थी, लेकिन वे रजत पदक से खुश हैं।
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ये हैं अमित की उपलब्धियां :
- 2018 में अंडर-16 आयु वर्ग में नेशनल में रिकार्ड बनाया
- 2019 में अपना की रिकार्ड तोड़ नया नेशनल में रिकार्ड बनाया
- 2020 में अंडर-20 आयु वर्ग में नेशनल रिकार्ड बनाया
- 2021 में अंडर-18 आयु वर्ग में भी नेशनल रिकार्ड बनाया