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यहां कुत्‍ते बिल्‍ली में बैर नहीं, ऐसी दोस्‍ती कि एक-दूसरे के बिना रह नहीं पाते राॅकी और बबली

कुत्‍ते और बिल्‍ली के बीच ऐसी मित्रता देखकर घर में आने वाले मेहमान भी चौंक जाते हैं। कुत्‍ते बिल्‍ली के बैर के मुहावरा झूठ साबित हो रहा है। ऐसे में मामला चर्चा का विषय बना है

By manoj kumarEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 01:33 PM (IST)Updated: Mon, 21 Jan 2019 11:42 AM (IST)
यहां कुत्‍ते बिल्‍ली में बैर नहीं, ऐसी दोस्‍ती कि एक-दूसरे के बिना रह नहीं पाते राॅकी और बबली
यहां कुत्‍ते बिल्‍ली में बैर नहीं, ऐसी दोस्‍ती कि एक-दूसरे के बिना रह नहीं पाते राॅकी और बबली

हिसार, जेएनएन। कुत्‍ते और बिल्‍ली के बैर के बारे में शायद ही कोई हो जो न जानता हो, कुत्‍ते और बिल्‍ली के बैर पर बने मुहावरे का प्रयोग भी आमतौर पर सुनने को मिल ही जाता है। मगर हरियाणा के भिवानी जिले में एक घर में कुत्‍ते और बिल्‍ली के बीच में बैर नहीं बल्कि घनिष्‍ठ मित्रता है। मित्रता भी ऐसी कि खाना, सोना एक दूसरे के साथ ही होता है। दोनों ही एक दूसरे के बिना रह भी नहीं पाते हैं। मगर बिल्‍ली की सभी कुत्‍तों से दोस्‍ती नहीं है गली के कुत्‍तों से बिल्‍ली की जरा भी नहीं बनती। वो कुत्‍तों से डरती भी नहीं और सामना करने पर अड़ जाती है। ऐसे में कुत्‍ते और बिल्‍ली के इस अनोखे रिश्‍ते को लेकर गली और मुहल्‍ले में चर्चा का विषय बना हुआ है।

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कुत्‍ते के पास बैठी बिल्‍ली को देख घर में आने वाले मेहमान भी चौंक जाते हैं। हालांकि वर्तमान में कुत्‍ते बिल्‍ली के दोस्‍ती के किस्‍से सुनने को मिल जाते हैं, मगर फिर भी यह अपवाद के तौर पर ही है कि कुत्‍ते और बिल्‍ली एक साथ रहते हों, महज रहते ही न हो बल्कि एक दूसरे के बीच घनिष्‍ठ मित्रता हो।

राॅकी और बबली के रिश्‍ते की लोग दे रहे मिसाल

मकान मालकिन एवं कुत्‍ते बिल्‍ली की सरंक्षिका सीडब्‍ल्‍यूसी की पूर्व सदस्‍या सरोज बोहरा ने कहा कि घर में कुत्‍ते का नाम रॉकी है और बिल्‍ली का नाम बबली है। बबली की एक बहन भी थी जिसका नाम बंटी था, उसकी मौत हो चुकी। उन्‍होंने कहा रॉकी और बबली के इस प्रेम को देख लोग इनकी मिसाल देने लगे हैं। उनका पालतू कुत्‍ता और बिल्‍ली अब घर के सदस्‍य हो गए हैं। किसी एक को डांटो या डराओ तो दूसरा एक दम से उसके बचाव में आ जाता है। यह देख इंसानों को भी सीख लेनी चाहिए कि प्रेम में सब कुछ है और नफरत में कुछ भी नहीं।

कुत्‍ते का सामना करने वाली बिल्‍ली बंटी जिसकी मौत हो चुकी

बंटी की मौत से अकेला पड़ गया था रॉकी

सरोज बोहरा ने बताया कि काले और सफेद रंग की बिल्‍ली घर में सहसा ही आ गई थी। कुत्‍ते रॉकी को देखकर एक बार तो वो सकपका गई मगर फिर धीरे धीरे ये डर दूर होने लगा और डर दोस्‍ती में बदल गया। सब साथ रहने लगे मगर बंदरों ने सफेद बिल्‍ली बंटी को मार दिया। इसके बाद कुत्‍ता उदास रहने लगा मगर बंटी की बहन बबली ने रॉकी के इस अकेलेपन को दूर कर दिया और दोनों अब प्रेम से रहते हैं।


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