Air Pollution: बहादुरगढ़ में सांस लेना हुआ दूभर, AQI 500 के पार, दिनभर आंखों में हुआ जलन
शुक्रवार को हुआ प्रदूषण का स्तर बेहद खराब रहा। ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के निदेशक डा. मनीष शर्मा का कहना है कि ऐसा मौसम सभी के लिए ठीक नहीं है मगर छोटे बच्चों और दमा के रोगियों को इस प्रदूषण से हर हाल में बचकर रहना चाहिए।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। बहादुरगढ़ में शुक्रवार को प्रदूषण का स्तर अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। दिनभर वातावरण में स्माग छाया रहा। इस कारण आंखों में जलन महसूस हुई। सांस लेने में भी दिक्कत हुई। प्रदूषण का यह स्तर काफी नुकसानदायक है। शुक्रवार सुबह के समय वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) अधिकतम 500 माइक्रोग्राम तक पहुंच गया। हालांकि दिनभर का औसत एक्यूआई 439 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया। बहादुरगढ़ में करीब एक सप्ताह से प्रदूषण का स्तर खराब स्थिति में चल रहा है।
ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत कई तरह की बंदिशें पहले ही लगा रखी हैं। अब बोर्ड ने 20 विभागों को पत्र लिखकर भी कहा है कि कुछ दिन और प्रदूषण की स्थिति खराब रहेगी। ऐसे में सावधानी बरतें। सतत निगरानी जारी रखें। प्रदूषण पर अंकुश लगाने की दिशा में हरसंभव कदम जरूर उठाएं।
जलन महसूस होने पर बार-बार आंखों में मारते रहे पानी, बाहर कम निकलें
शुक्रवार को हुआ प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदेह बताया गया है। ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के निदेशक डा. मनीष शर्मा का कहना है कि ऐसा मौसम सभी के लिए ठीक नहीं है, मगर छोटे बच्चों और दमा के रोगियों को इस प्रदूषण से हर हाल में बचकर रहना चाहिए। फेफड़े और हृदय रोगियों के स्वास्थ्य को ऐसी वायु से बहुत हानि होती है। गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत और खांसी जुकाम की शिकायत हो जाती है। जलन महसूस होने पर आंखों में बार-बार पानी मारते रहें, ताकि आंखें तरोताजा महसूस करें।
एक सप्ताह का औसत एक्यूआई (माइक्रोग्राम में)
तारीख एक्यूआई स्तर
6 नवंबर 388
7 नवंबर 383
8 नवंबर 338
9 नवंबर 342
10 नवंबर 314
11 नवंबर 385
12 नवंबर 439
कुछ दिन और रहेगी यही स्थिति
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी दिनेश यादव ने बताया कि प्रदूषण का स्तर अति गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है। यह स्थिति अभी कुछ दिन और रहेगी। हमने हाट मिक्स प्लांट, डीजल जनरेटर, ईंट भट्ठों के संचालन पर रोक लगा रखी है। संबंधित विभागों को सतत निगरानी रखनी होगी। डस्ट मैनेजमेंट के उपाय अपनाने होंगे। तभी प्रदूषण का स्तर कम होगा।
सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है
बहादुरगढ़ नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी संजय रोहिल्ला ने बताया कि प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए नगर परिषद की ओर से सभी संबंधित गतिविधियां की जा रही हैं। सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। धूल ना उड़े, इसके लिए निर्माण गतिविधि रुकवाई जा रही हैं। खुले में कूड़ा जलाने वालों के चालान किए जा रहे हैं।