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नेशनल पावर लिफ्टिंग स्‍पर्धा में गोल्ड मेडल के बाद सीनियर नेशनल स्‍पर्धा की तैयारी में जुटी मंजू

गांव भाखड़ा निवासी यह खिलाड़ी साधारण और गरीब परिवार से हैं। खेल के प्रति समर्पित इतनी ज्यादा हैं प्रतिदिन चार से पांच घंटे पसीना बहाती हैं। 17 से 21 मार्च तक गाजीपुर में हुई राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में 63 किलो भार वर्ग में इस खिलाड़ी ने स्वर्ण पदक जीता।

By Manoj KumarEdited By: Published: Thu, 25 Mar 2021 01:57 PM (IST)Updated: Thu, 25 Mar 2021 01:57 PM (IST)
नेशनल पावर लिफ्टिंग स्‍पर्धा में गोल्ड मेडल के बाद सीनियर नेशनल स्‍पर्धा की तैयारी में जुटी मंजू
पावर लिफ्टर मंजू ने 63 किलो भार वर्ग में जीता गोल्ड, साधारण परिवार से संबंध रखती है पावर लिफ्टर मंजू

भिवानी, जेएनएन। जज्बा हो तो मंजिल खुद ब खुद चल कर आती है। पावर लिफ्टर मंजूरानी का जज्बा देखते ही बनता है। गांव भाखड़ा निवासी यह खिलाड़ी साधारण और गरीब परिवार से हैं। खेल के प्रति समर्पित इतनी ज्यादा हैं प्रतिदिन चार से पांच घंटे पसीना बहाती हैं। 17 से 21 मार्च तक गाजीपुर में हुई राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में 63 किलो भार वर्ग में इस खिलाड़ी ने स्वर्ण पदक जीता। इतना ही नहीं डेड लिफ्टिंग में 185 किलो वजन उठा कर इस महिला खिलाड़ी ने राष्ट्रीय स्तर पर रिकार्ड बनाया है।

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इस जीत के बाद गोल्ड विजेता मंजूरानी अब सीनियर नेशनल की तैयारी में है। गाजीपुर में गोल्ड जीतकर लौटी इस खिलाड़ी का भीम स्टेडियम में नोटों और फूलमालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। अब वह कर्नाटका में होने वाली सीनियर नेशनल में सोना जीतने के लिए पसीना बहा रही है। खेल प्रेमियाें काे भरोसा है इस खिलाड़ी में जबरदस्त पावर है और यह पावर लिफ्टिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने की हिम्मत रखती है।

राष्ट्रीय पावर लिफ्टिंग में गोल्ड जीतने के बाद भिवानी पहुंची तो खेल प्रशिक्षकाें, खिलाड़ियों ने भीम स्टेडियम में जोरदार स्वागत किया। जिला के गांव भाखड़ा निवासी मंजूरानी डेड लिफ्टिंग में 185 किलो वजन उठा कर रिकार्ड बनाया है। मंजू के काेच गोपालकृष्ण ने बताया कि मंजू टैलेंट की धनी है और यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पावर लिफ्टिंग में देश का नाम रोशन करेगी।

जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण ढांडा ने कहा कि खिलाड़ियों की बदौलत ही भिवानी को मिनी क्यूबा के रूप में पहचान मिली है। बॉक्सिंग, कुश्ती, हॉकी, फुटबाल, कबड्डी आदि के अलावा पावर लिफ्टिंग में भी खिलाड़ी आगे आ रहे हैं और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। मंजूरानी ने अपने शानदार खेल से खेल प्रेमियों को विश्वास दिलाया है कि वह देश के लिए पदक जरूर जीतेगी। उन्होंने खिलाड़ी के उज्वल भविष्य के लिए उनको कड़ी मेहनत करने के लिए  प्रेरित किया।

कर्नाटक सीनियर नेशनल पावर लिफ्टिंग की तैयारी

पावर लिफ्टर मंजूरानी अब 11 से 15 अगस्त तक मंगलौर कर्नाटक में होने वाली सीनियर नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप की तैयारी है। इससे पहले बीकानेर में 9 से 13 जून तक जूनियर नेशनल चैंपियनशिप होगी। इन प्रतियोगिताओं के लिए यह खिलाड़ी अपने कोच गोपालकृष्ण की देखरेख मेें भीम स्टेडियम में पसीना बहा रही है।

माता पिता बोले बेटी पर पूरा भरोसा, करेगी देश का नाम रोशन

पावर लिफ्टर मंजूरानी के पिता ताराचंद और मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी खेलों में भविष्य बना रही है। हमारी तरफ जितना संभव होता है उसकी मदद की जाती है। वह मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। बेटी उनके लिए बेटे से कम नहीं है। बेटी को सरकार की तरफ से मदद मिले तो वह और ज्यादा ऊंचे मुकाम पर पहुंच कर देश का नाम रोशन कर सकती है।


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