रोहतक में फिर होना था खून खराबा, विक्की पंडित के पिता और भाई थे निशाने पर
रोहतक में विक्की पंडित हत्याकांड के बाद उसके पिता और भाई की रेकी की जा रही थी। इससे पहले ही रविवार रात पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि वारदात के ही दिन पूरे परिवार को खत्म करना चाहते थे।
रोहतक, जेएनएन। बलियाणा गांव के विक्की पंडित हत्याकांड के बाद एक बार फिर से खून-खराबा होना था। विक्की पंडित की हत्या के मामले में गवाह बने उसके पिता और भाई को मौत के घाट उतारने की साजिश की जा रही थी। इसके लिए पिछले कई दिनों से पिता-पुत्र की रेकी भी हो रही थी, लेकिन किसी कारणवश आरोपित वारदात को अंजाम नहीं दे सके।
रविवार रात एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) के हत्थे चढ़े दोनों आरोपिताें से पूछताछ के बाद यह पर्दाफाश हुआ है। जो रविवार को भी पिता-पुत्र की हत्या करने के इरादे से गांव में आए थे। इससे पहले ही वह एसटीएफ ने उन्हें दबोच लिया। फिलहाल आइएमटी थाना पुलिस ने दोनों आरोपितों को चार दिन के रिमांड पर लिया है।
यह था मामला
बलियाणा गांव निवासी विकास उर्फ विक्की पंडित की छह फरवरी को गांव के बाहर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस समय विक्की पंडित अपने भाई अमित के ऑफिस के बाहर बैठा था। गोली लगने से गांव का ही कर्मबीर भी घायल हो गया था। इसके बाद हमलावरों के दूसरे साथियों ने कुछ ही दूरी पर बैठे विक्की पंडित के पिता रघुबीर को भी गोली मार दी थी। जिसमें वह घायल हो गया था। इस मामले में अभी तक पुलिस बलियाणा निवासी सोनू उर्फ रवि, अटायल निवासी दीपक उर्फ बिट्टू, सचिन विक्टोरिया और मोंटी समेत कई आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
रविवार को भी पिता-पुत्र की रेकी कर रहे थे
रविवार रात एसटीएफ की टीम ने अटायल गांव निवासी रोहित और अक्षय को बलियाणा मोड के पास से गिरफ्तार किया था। आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई। एसटीएफ एएसआइ तेजबीर सिंह और एएसआइ अशोक के अनुसार, पकड़े गए दोनों आरोपितों के निशाने पर विक्की पंडित का भाई अमित और उसका पिता रघुबीर था। कई दिनों से वह हत्याकांड की साजिश रच रहे थे और रेकी भी की जा रही थी।
पूरे परिवार को करना था खत्म
पूछताछ में पता चला कि जिस दिन विक्की पंडित की हत्या हुई थी उसी दिन पूरे परिवार को खत्म करना था। कुछ देर पहले रेकी गई थी। उस समय विक्की के भाई अमित की गाड़ी मकान के सामने ही खड़ी थी। आरोपितों को पता था कि विक्की पंडित, उसके भाई अमित और पिता रघुबीर की पूरी जानकारी थी कि कौन-कौन पर है। लेकिन जब उन्होंने हमला किया उससे कुछ देर पहले अमित वहां से गाड़ी लेकर किसी काम से निकल गया था। अब आरोपितों को
यह बनी थी हत्याकांड की वजह
वर्ष 2010 में सोनू उर्फ रवि के चाचा कृष्ण की हत्या कर दी थी। उस समय में सोनू का दूसरा चाचा जगबीर गवाह था, जिसके बाद उसकी भी हत्या कर दी गई थी। इसमें विक्की पंडित साजिश और उसका भाई अमित हत्या में शामिल रहा था। इसी रंजिश का बदला लेने के लिए सोनू ने अपने साथियों के साथ मिलकर विक्की पंडित की हत्या की थी। इसके अलावा अटायल गांव निवासी विक्रांत की भी कुछ साल पहले हत्या हो गई थी। विक्रांत के भाई विनय उर्फ मोंटी को शक था कि हत्या में विक्की पंडित का हाथ है। इसके बाद मोंटी ने भी सोनू से हाथ मिला रहा था।
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