बेटे के बाद साल्हावास विधानसभा के कोरोना संक्रमित रहे पूर्व विधायक की उपचार के दौरान मौत
14 मई को पूर्व विधायक के पुत्र जगबीर उर्फ कालिया की मौत हुई थी। कोरोना की दूसरी लहर में विधायक परिवार को यह बड़ी क्षति पहुंची हैं। पूर्व विधायक जिले सिंह कोरोना को मात देने के बाद ठीक ढंग से रिकवर नहीं कर पाए।
साल्हावास (झज्जर) जेएनएन। झज्जर के साल्हावास विधानसभा क्षेत्र का 1991 में प्रतिनिधित्व करने वाले जिले सिंह की गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में मौत हो गई है। शाम तक पूर्व विधायक का पार्थिव शरीर यहां गांव में पहुंचने की उम्मीद हैं। 14 मई को पूर्व विधायक के पुत्र जगबीर उर्फ कालिया की मौत हुई थी। कोरोना की दूसरी लहर में विधायक परिवार को यह बड़ी क्षति पहुंची हैं। बता दें कि कोरोना को मात देने के बाद वे ठीक ढंग से रिकवर नहीं कर पाए। कोविड संक्रमित होने की वजह से पहले लंबे समय तक भिवानी के एक निजी अस्पताल में वे उपचाराधीन रहे। कोविड को मात देने के बाद भी जब स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ तो परिवार के सदस्य गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में ले गए। जहां पर उन्होंने आज सुबह अंतिम सांसें ली।
कोरोना की दूसरी लहर ने साल्हावास में दिखाया व्यापक असर
मौजूदा स्ट्रेन की वजह से मई माह में शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण आंचल में बड़ी संख्या में सक्रमित रिपोर्ट हुए। एकाएक मौतों का आंकड़ा भी काफी बढ़ा। कोविड से होने वाली मौतों के अलावा संदिग्ध एवं काफी संख्या में रिकवर कर चुके लोग भी इम्युनिटी कमजोर होने की वजह से जिंदगी की जंग हार गए। साल्हावास गांव में पिछले दिनों में 30 से अधिक मौत हो चुकी है। जिनका गांव के सरपंच प्रतिनिधि अपनी एक डायरी में हिसाब भी रखते हैं। हालांकि, अब गांव में हालात सामान्य हो रहे हैं।
गांव में हुक्का-चौपाल और ताश पर एक साथ नहीं बैठने की अपील का असर कम हो रहे संक्रमित और रिकवर कर रहे लोगों के साथ दिख रहा है। प्रशासन की ओर से भी लोगों से आह्वान किया जा रहा है कि वे कम से कम घर से निकलें। मास्क लगाए और शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन करें। बता दें कि प्रशासन की ओर से पिछले करीब सात से आठ हजार की आबादी वाले इस गांव को हॉट स्पॉट घोषित किया गया है। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए गांव के स्कूल में आइसोलेशन सेंटर भी बनाया गया है।