हल्के और बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए एडवाइजरी जारी, गंभीरता बरतने के निर्देश
बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले रोगियों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है तो दूसरी तरफ प्रशासन ने इस पर गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं। कोरोना से संक्रमित होने वालों को ताकीद किया है कि वे होम आइसोलेशन में रहकर कोराेना को हराए और इसे फैलने से रोकें।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। कोरोना संक्रमण के बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले रोगियों के लिए जहां एक तरफ एडवाइजरी जारी की गई है तो दूसरी तरफ प्रशासन ने इस पर गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं। कोरोना से संक्रमित होने वालों को ताकीद किया गया है कि वे होम आइसोलेशन में रहकर कोराेना को हराए और इसे फैलने से रोकें। जारी गाइडलाइन अनुसार जिस कमरे में कोरोना संक्रमित मरीज आइसोलेट होता है, वहां से घर के अन्य लोगों को उचित दूरी बनाए रखनी चाहिए। रोगी को क्रास वेंटिलेशन वाले कमरे में रहना चाहिए। ताजी हवा के लिए खिड़कियां खुली रखनी चाहिए। मरीज को पूर्ण आराम करना चाहिए और तरल पदार्थ पीने चाहिए। कम से कम 40 सेकेंड के लिए साबुन से बार-बार हाथ धोने चाहिए।
मरीज को घर के अन्य सदस्य के साथ बर्तन या अन्य सामान सांझा नहीं करना चाहिए। बार-बार छुई जाने वाली सतहों जैसे टेबल टाप, दरवाजा, हेंडल आदि को साबुन या डिटर्जेंट के पानी से साफ करें। रोगी के कोरोना लक्षणों पर नजर रखी जाए तथा किसी भी लक्षण के बिगड़ने पर तुरंत अस्पताल में इलाज करवाएं। कोरोना संक्रमित मरीजों को ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क का प्रयोग करना चाहिए। डाक्टर की सलाह के बिना कोई दवा न लें तथा डाक्टर के संपर्क में रहें।
तत्काल लें डाक्टर की सलाह
यदि मरीज को 100 डिग्री बुखार, सांस लेने में कठिनाई, आक्सीजन का लेवल गिरना, सीने में दर्द और गंभीर थकान महसूस होती है तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करें। मरीज अपना होम आइसोलेशन उस समय खत्म कर सकता है जब उसने सात दिन पूरे कर लिए हों और लगातार तीन दिनों से उसे बुखार न आ रहा हो। हालांकि इसके बाद भी मरीज को मास्क पहनना जारी रखना होगा। होम आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद दोबारा परीक्षण की कोई आवश्यकता नहीं है।
नियमों के प्रति लापरवाही न बरतें लोग : एसडीएम
एसडीएम भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रहते हुए कोरोना संक्रमण फैलाव को रोकने के साथ ही स्वास्थ्य सुधार कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण के बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले रोगियों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर सात दिन तक खुद को क्वारंटाइन कर देखभाल करने की सलाह दी गई है। एसडीएम ने डाक्टरों के हवाले से बताया कि हल्का बुखार, खांसी या कमजोरी महसूस होने को हल्के लक्षण की श्रेणी में रखा गया है। ऐसे मरीज डाक्टर से परामर्श कर इलाज ले सकते हैं। यदि रिपोर्ट पाजिटिव है लेकिन मरीज का आक्सीजन स्तर 93 प्रतिशत से अधिक है या फिर मरीज को बुखार नहीं है ओर सांंस की तकलीफ नहीं है तो ऐसा मरीज होम आइसोलेशन में रह सकता है।
मरीज के साथ परिवार को भी आइसोलेट होना चाहिए। मरीज जिला प्रशासन द्वारा स्थापित किए नियंत्रण कक्ष की हेल्पलाइन अथवा ई-संजीवनी के माध्यम से परामर्श ले सकते हैं। मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति को वैक्सीन की दोनों खुराक लगी होनी चाहिए। मरीज के चेहरे पर तीन लेयर वाला मास्क होना चाहिए तथा मरीज की 24 घंटे देखभाल होनी चाहिए। घर में कोई बुजुर्ग है तो उनकी निगरानी भी रखें।