Move to Jagran APP

10 वर्षीय मासूम ने की आत्महत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा

पांचवीं कक्षा में पढ़ती थी मासूम, फंदे पर लटका मिला था शव घटना के समय घर में अकेली थी बच्‍ची

By manoj kumarEdited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 05:25 PM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 05:25 PM (IST)
10 वर्षीय मासूम ने की आत्महत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा
10 वर्षीय मासूम ने की आत्महत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा

जेएनएन, झज्जर : झाड़ली क्षेत्र में मजदूरी करते हुए अपने घर की गुजर-बसर चला रहे परिवार की करीब 10 वर्षीय बेटी ने फांसी का फंदा लगाते हुए अपनी जीवनलीला समाप्त की है। जिसका खुलासा शुक्रवार को सिविल अस्पताल में मासूम के शव का पोस्टमार्टम हो जाने के बाद हुआ है। वारदात के पीछे के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए है। यहां अभी तक ऐसा कोई सिरा सामने नहीं आया है। जिससे छोटी सी उम्र में इतना बड़ा कदम उठाने की बात जुड़ती हो। हालांकि, खेल-खेल में ऐसा हो जाने की बात को भी नकारा नहीं जा सकता। मामले की जांच कर रही पुलिस टीम भी हैरान है। पारिवारिक परिस्थिति और एफएसएल की रिपोर्ट से भी ऐसा कुछ संदिग्ध सामने नहीं आया। जिससे बच्ची की मौत से जुड़े विषय को लेकर किसी दूसरे दृष्टिकोण से देखा जा सके। बहरहाल, मासूम के पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। शव परिजनों को सौंपा जा चुका है।

loksabha election banner

पड़ौस के घर से कूदते हुए पहुंचा था घर

मूल रूप से बिहार के जिला गोपालगंज के कोयला देवा से संबंध रखने वाले इस परिवार में पारस उपाध्याय के अलावा करीब 10 साल की बेटी गोल्डी और करीब 6 साल का बेटा एक किराए के मकान में रहते है। पारिवारिक कारणों के चलते इन बच्चों की मां भी पिछले करीब तीन माह से इनके साथ नहीं रह रही। बताते है कि जिस बच्ची की मौत हुई है। वह अपने घर के सभी कामों में पिता का पूरा हाथ बंटाती थी। बृहस्पतिवार को भी बेटी ने पिता एवं अपने लिए सब्जी बनाकर तैयार कर रखी थी। पिता के वापिस आने के बाद खाना बनाया जाना शेष था। दोपहर बाद जब पिता झाड़ली स्थित प्लांट से काम करके घर वापिस लौटा तो घटनाक्रम कुछ इस रूप में सामने आया। घर का मुख्य द्वार भीतर से बंद था। जिस पर वह पड़ौस के एक अन्य मकान से भीतर घुसा तो भीतर का दृश्य देखकर उसके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। भीतर एक कमरे के ऊपर जंगले से कपड़ा डालकर बनाए गए फंदे पर मासूम का शव झूल रहा था। पुलिस को दी गई सूचना के बाद टीम मौके पर पहुंची और आगामी कार्रवाई अमल में लाई गई।

दो दिन से कर रही थी सिरदर्द की शिकायत 

पुलिस के स्तर पर मामला सामने आने के बाद से की गई प्रारंभिक जांच में यह पक्ष भी सामने आया है कि मासूम पिछले दो दिन से सिरदर्द की शिकायत कर रही थी। पिता ने दवा दिलवाने की बात भी कही थी। इसका छोटा भाई तो सुबह ही स्कूल चला गया था। जबकि करीब घंटा भर बाद इस बेटी को भी स्कूल जाना था। लेकिन वह गई नहीं। दोपहर बाद जब पिता वापिस लौटे तो बेटी फंदे पर झूलती मिली। घटनाक्रम के बाद बच्ची का पिता टूट गया है।

मौका मुआयना कर जुटाए हैं तथ्‍य

जांच अधिकारी रामपाल के मुताबिक एफएसएल की टीम सहित विभिन्न टीमों ने मामले की गंभीरता को मद्देनजर रखते हुए मौका मुआयना करने के बाद तथ्य जुटाए हैं। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद आत्महत्या का पक्ष ही मजबूत होकर सामने आया है। मौका-ए-हालात एवं बच्ची के शरीर पर भी किसी तरह का कोई निशान नहीं मिला। जिससे मामला संदिग्ध प्रतीत हो। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.