अभय सिंह चौटाला बोले- वादे से मुकरे प्रधानमंत्री मोदी, किसान विरोधी फैसला वापस ले सरकार
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने किसानों के कर्जे माफ करने व लागत मूल्य से अधिक देने का वादा किया था। प्रधानमंत्री ने अपना वादा पूरा करने की बजाय किसानों के खिलाफ ही फैसला लिया। उन्होंने कहा लॉक डाउन कर करोड़ों मजदूरों को बेरोजगार कर दिया
सिरसा, जेएनएन। सिरसा के नाथूसरी चौपटा में किसानों की ओर से किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें इनेलेा के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिंह चौटाला ने विधायक पद से इस्तीफा देने पर सम्मानित किया गया। महापंचायत में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने किसानों के कर्जे माफ करने व लागत मूल्य से अधिक देने का वादा किया था। प्रधानमंत्री ने अपना वादा पूरा करने की बजाय किसानों के खिलाफ ही फैसला लिया।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में देश मे लॉक डाउन कर करोड़ों मजदूरों को बेरोजगार कर दिया लेकिन कोरोना की आड़ केंद्र सरकार ने लिए किसान विरोधी फैसले लिये। यह ऐसा वक्त था कि कोरोना महामारी में भी केवल किसानों ने देश की अर्थव्यस्था को मजबूत करने का काम किया था।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों के खिलाफ बिना किसी चर्चा से अध्यादेश लेकर आये। बड़े बड़े पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए अध्यादेश लाया गया। जो संसद में पास करवाकर कानून बना दिया गया। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में बिना बहुमत के तीनों कृषि बिल पास करवाना निंदनीय कदम है।
उन्होंने हरियाणा सरकार के साथ साथ उप मुख्यमंत्री पर भी साधा निशाना और कहा कि चौधरी देवीलाल की नीतियों की बात करने वालों ने कहा था कि अगर एमएसपी खत्म होगा तो इस्तीफा दे देंगे। तीनों कृषि कानूनों से किसान को कुछ समय बाद अपनी जमीन बेचनी पड़ेगी। अभय सिंह ने किसान की लड़ाई में भाग लेने वालों का आभार जताया।
साथ ही 6 फरवरी को किसान बंद में ज्यादा से ज्यादा किसानों को भाग लेने के लिए आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि 12 बजे से तीन बजे तक बंद रखना है यह किसान की लड़ाई है। कांग्रेस पर भी साधा निशाना और कहा कि कांग्रेस ने विपक्ष की भूमिका नहीं निभाई । कांग्रेस ने चर्चा करने की बजाय सदन से किया वाकआउट।