सिरसा में ग्रामीणों के पास पहुंचे अभय चौटाला, किसानों के समर्थन में लिखा विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा
इनेलो नेता सिरसा में ग्रामीणों के बीच पहुंचे और विधानसभा की सदस्यता के इस्तीफे का पत्र लिखा और इसे विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया। उन्होंने कहा कि अगर 26 तक कृषि कानून वापस नहीं होते तो इसे स्वीकार कर लिया जाए।
जेएनएन, चंडीगढ़/सिरसा। हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके इनेलो के एकमात्र विधायक अभय सिंह चौटाला ने किसानों के मांग के समर्थन में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पूरे प्रदेश में अभय चौटाला एकमात्र ऐसे विधायक हैं, जिन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का साहस दिखाया है। हालांकि अभय का यह इस्तीफा समयबद्ध है। उन्होंने ई-मेल के जरिये विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेजा है।
विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को भेजे पत्र में अभय चौटाला ने कहा कि यदि 26 जनवरी तक किसानों की मांग के अनुरूप तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते तो 27 जनवरी को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाए। अभय ने स्पष्ट किया कि उनके इसी पत्र को इस्तीफा मान लिया जाए। विधानसभा अध्यक्ष को भेजे पत्र पर अभय चौटाला ने अपने हस्ताक्षर किए हैं और उस पर 11 जनवरी की तारीख डाली है।
प्रदेश में तमाम विपक्षी राजनीतिक दल किसानों के हक की आवाज बुलंद कर रहे हैं। सत्तापक्ष से जुड़े सोमवीर सांगवान और जोगी राम सिहाग समेत कुछ विधायकों ने हालांकि बोर्ड एवं निगमों के चेयरमैन पद छोड़ दिए और महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया, लेकिन विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की पहल एकमात्र विधायक अभय चौटाला ने की है। उन्होंने कुछ दिन पहले इसकी घोषणा की थी और अब इसे पूरा कर दिया है।
ताऊ देवीलाल के पौत्र अभय चौटाला के परिवार से भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, बिजली मंत्री रणजीत चौटाला और आदित्य चौटाला बोर्ड के चेयरमैन हैं। जजपा विधायक नैना चौटाला और कांग्रेस विधायक अमित सिहाग भी ताऊ देवीलाल के परिवार से हैं, लेकिन किसानों के हक में इस्तीफा देने की पहल कर अभय चौटाला ने न केवल बड़ा गेम खेल दिया, बल्कि किसानों के नेता के रूप में अपनी छवि बनाते हुए ताऊ देवीलाल के राजनीतिक उत्तराधिकारी होने पर अपनी मजबूत दावेदारी जता दी है।
सोशल मीडिया पर अभय चौटाला की इस पहल की खासी सराहना हो रही है। स्पीकर को भेजे पत्र में अभय ने कहा कि चौधरी देवी लाल ने हमेशा किसानों के लिए संघर्ष किया। आज वही परिस्थितियां देश-प्रदेश में फिर से खड़ी हो गई हैं। किसानों पर आए इस संकट की घड़ी में हमारा प्रयास तमाम खतरे को टालने का होना चाहिए न कि सत्ता सुख भोगने का। उन्होंने कहा कि भीषण ठंड में चल रहे आंदोलन की वजह से अब तक 60 किसान दिवंगत हो चुके हैं। किसान संगठनों के साथ वार्ता के आठ दौर हो चुके, मगर सरकार किसानों की मांग मानने को तैयार नहीं है। इसलिए किसानों की लड़ाई में वह उनके साथ हैं।
इस्तीफा लिखने के लिए अभय सिंह चौटाला किसान जनजागरण अभियान के तहत अपने हलके के विभिन्न गांवों में ग्रामीणों के बीच पहुंचे। ग्रामीणों से अपने इस्तीफे की स्वीकृति ली। उन्होंने वहीं अपनी इस्तीफा लिखा और इसेे विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया। गांव बकरियांवाली, निर्बाण, रूपावास, रायपुर, बरासरी, झोड़कियां, कुतियाना, जमाल, ढूकड़ा, गुडियाखेड़ा, बरूवाली, माधोसिंघाना व मल्लेकां आदि में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से नित्य लिए जा रहे जनविरोधी फैसलों से आमजन का जीना दूभर हो गया है। केंद्र सरकार ने अब देश का पेट पालने वाले किसानों के पेट पर लात मारने का निर्णय लेते हुए तीन कृषि कानून लागू किए हैं जिनसे किसान अपने ही खेत में मजदूर बनकर रह जाएगा।
उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार के ये तीनों कृषि कानून पूर्ण रूप से प्रभावी हो गए तो फिर किसानों की धान और गेहूं खरीदने वाला कोई नहीं होगा। प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष तौर पर ये तीनों कानून किसानों और कृषि को पूरी तरह से बर्बाद करने वाले हैं। इस अभियान के दौरान अभय सिंह ने प्रत्येक गांव में ग्रामीणों से अपना इस्तीफा देने के बारे में उनका पक्ष जाना तो सभी ग्रामीणों ने एक स्वर में उन्हें किसानों के हितों के लिए इस्तीफा देने की बात कही। साथ ही ग्रामीणों ने यह भी कहा कि उपचुनाव में वे फिर अभय सिंह चौटाला को ही रिकॉर्ड मतों से विजयी बनाकर हरियाणा विधानसभा भेजेंगे, ताकि वे भविष्य में भी किसानों व अन्य सभी वर्गों के हितों की लड़ाई लड़ सकें।
दुष्यंत व रणजीत ने चौ. देवीलाल के नाम को कलंकित किया
इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला एवं बिजली मंत्री रणजीत सिंह से भी किसानों ने अपने पक्ष में बार-बार सत्ता से त्यागपत्र देने की मांग की थी, मगर वे सत्ता के मोह में अपने पदों पर काबिज हैं। उन्होंने इस अवसर पर किसानों के समर्थन में न होने से किसानों के मसीहा कहे जाने वाले चौधरी देवीलाल के नाम को कलंकित किया है। इस अवसर पर अभियान में उनके साथ पूर्व मंत्री भागीराम, विनोद बैनीवाल, महेंद्र बाना, सुभाष बैनीवाल, दिनेश बैनीवाल, जिला प्रेस प्रवक्ता महावीर शर्मा व राजेंद्र बैनीवाल मौजूद थे।