Bollywood की पसंद बना हरियाणा का ये गांव, Tanu Weds Manu Returns की हो चुकी शूटिंग
बहादुरगढ़ जिले के गांव में क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने एक एड फिल्म शूट की तो मशहूर गोविंदा फिल्म किल दिल के लिए यहां पर आए थे। तन्नु वेडस मन्नु के दौरान कई गांवों की भीड़ जुटी थी
बहादुरगढ़, जेएनएन। आज से 713 साल पहले बसा बहादुरगढ़ का गांव लोवा खुर्द फिल्मी सितारों की पसंद बनती जा रही है। फिल्मों की शूटिंग के लिए बेहतरीन लोकेशन देने वाले इसका माहौल फिल्मी दृश्यों के लिए स्टीक साबित होता है। इसीलिए तो यह फिल्मी सितारों को भा रहा है। यहां बॉलीवुड की दो फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है।
तन्नू वेडस मनु-2 फिल्म के कई सीन यहीं पर तैयार किए गए थे। दरअसल यहां कई ऐसे बिंदु हैं जिन पर यह गांव फिल्मों की शूटिंग के लिए उपयोगी बन रहा है। दिल्ली से ज्यादा दूरी नहीं है। गांव तक पहुंचने का रास्ता सुगम है। ज्यादा बड़ा गांव नहीं है इसलिए आबादी भी अधिक नहीं। लोगों के व्यवहार को लेकर नायक-नायिकाओं को यहां दिक्कत पेश नहीं आती। अंदर और आसपास का माहौल साफ-सुथरा और हरियाली भरा है। कुल मिलाकर सब ङ्क्षबदुओं पर जरूरत पूरी होने के बाद ही फिल्म निर्माण कंपनी की प्रोडक्शन टीम यहां का रुख करती है।
राजनीति का केंद्र भी है यह गांव
इस गांव को उप्र के बागपत से पहले दिल्ली और बाद में यहां पर आए नींबाराम ने बसाया था। फिलहाल यह गांव तीन दशक से हलके की राजनीति का केंद्र भी है। तीसरी बार कांग्रेस से विधायक बने राजेंद्र जून का यह पैतृक गांव है। भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक का भी यहीं गांव है। पहले राजेंद्र जून के पिता चौधरी सूरजमल भी एक बार विधायक रहे थे। कुल मिलाकर अब तक पांच बार की विधायकी इसी गांव के नाम है। गांव के नरेश जून बताते हैं कि कारगिल युद्ध के दौरान गांव के राकेश कुमार ने शहादत दी थी। यहां के अशोक पहलवान हरियाणा केसरी रहे हैं।
दीवारों, दरवाजों पर दिखती रही है फिल्मी झलक
गांव में कई ऐसी दीवारें, दुकानें और घरों के दरवाजे हैं जिन पर फिल्मी झलक दिखती रही है। जब भी किसी फिल्म की शूटिंग हुई तो सीन के हिसाब से दीवारों और दुकानों का लुक बदला गया है। गांव के बुजुर्ग भूप सिंह का कहना है कि फिल्म बनाने वालों को यहां का माहौल भाता है। पहले यहां पर क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने एक एड फिल्म शूट की थी। मशहूर गोविंदा अपनी फिल्म किल दिल के लिए यहां पर आए थे।