बहादुरगढ़ की दसवीं की छात्रा ने तैराकी उपकरण भेंट कर शुरू किया फ्लोट ए होप मिशन
फ्लोट ए होप इन्शिएटिव के तहत माही शिंगारी ने तैराकी के उपकरण इकठ्ठा कर जरूरतमंद प्रतिभाशाली तैराकों की मदद करने का काम शुरू किया है। तैराकी में इस्तेमाल होने वाले गोगल फिन्स पैडल कैप और स्नोर्कल आदि इकठ्ठा किए हैं।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। नेशनल लेवल की तैराक माही शिंगारी ने एक अनूठी और उत्साहवर्धक पहल शुरू की है। फ्लोट ए होप इन्शिएटिव के तहत माही शिंगारी ने तैराकी के उपकरण इकठ्ठा कर जरूरतमंद प्रतिभाशाली तैराकों की मदद करने का काम शुरू किया है। तैराकी में इस्तेमाल होने वाले गोगल, फिन्स, पैडल , कैप और स्नोर्कल आदि इकठ्ठा किए हैं। उभरते हुए सैंकड़ों ऐसे तैराक है जो बड़े होने के साथ उपकरण छोटे हो जाते हैं और ऐसे उपकरण बिना इस्तेमाल पड़े रहते हैं।
अब माही शिंगारी ने उन्ही उपकरणों को इकठ्ठा कर जरूरतमंद प्रतिभाशाली तैराकों के लिए उपलब्ध करवाने की मुहिम शुरू की है। नए साल की शुरूवात के साथ ही माही ने शहर की शाईनिंग स्टार स्वीमिंग एकेडमी को फिन्स, पैडल, गोगल, कैप सहित काफी उपकरण भेंट किए। हरियाणा स्वीमिंग एसोसिएशन के महासचिव अनिल खत्री की मौजूदगी में माही ने तैराकी उपकरण स्वीमिंग कोच पदमपाल को भेंट किये हैं। माही शिंगारी गुरूग्राम के श्रीराम स्कूल में दसवीं कक्षा की छात्रा है और राष्ट्रीय स्तर की तैराक भी है।
माही ने बताया कि हरियाणा में बेहतर तैराक हैं लेकिन आर्थिक तंगी के कारण तकनीकी दक्षता हासिल करने वाले उपकरणों का इस्तेमाल नही कर पाते हैं। ऐसे में उन तैराकों को भी पूरी सुविधा और उपकरण मिले इसके लिए ही उसने फ्लोट ए होप मिशन शुरू किया है ताकि खेल प्रतिभा किसी उपकरण की कमी के चलते दम न तोड़ सके। हरियाणा स्वीमिंग एसोसिएशन के महासचिव और हरियाणा ओलम्पिक एसोसिएशन के सह सचिव अनिल खत्री ने भी इस मिशन की सराहना की है।
अनिल खत्री ने कहा कि एक खिलाड़ी ही दूसरे खिलाड़ियों के बारे में अच्छी और उम्दा सोच रख सकता है। खेल और खिलाड़ी को आगे बढ़ने के लिए जो चाहिए वो अगर उसे मिल जाए तो खिलाड़ी का प्रदर्शन भी काफी अच्छा हो जाता है जिससे न केवल खिलाड़ी आगे बढ़ता है बल्कि परिवार, गांव, प्रदेश और देश आगे बढ़ता है। इस मौके पर कोच पदमपाल के साथ माही शिंगारी के पिता और हरियाणा स्वीमिंग एसोसिएशन के उपप्रधान रवि शिंगारी भी मौजूद रहे।