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पॉलिटेक्निक संस्थान में मिला 8 फीट लंबा इंडियन रॉक पायथन प्रजाति का अजगर

जागरण संवाददाता हिसार गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के पास दिल्ली रोड स्थित पॉलिटेक्निक संस्थान

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Jan 2021 07:37 AM (IST)Updated: Sat, 09 Jan 2021 07:37 AM (IST)
पॉलिटेक्निक संस्थान में मिला 8 फीट लंबा इंडियन रॉक पायथन प्रजाति का अजगर
पॉलिटेक्निक संस्थान में मिला 8 फीट लंबा इंडियन रॉक पायथन प्रजाति का अजगर

जागरण संवाददाता, हिसार : गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के पास दिल्ली रोड स्थित पॉलिटेक्निक संस्थान (राजकीय बहुतकनीकी संस्थान) में करीब 8 फीट लंबा अजगर मिला है। वन्यप्राणी विभाग के सीनियर इंस्पेक्टर रामेश्वर दास के नेतृत्व में गांव सुलखनी निवासी ईश्वर सिंह की मदद से इस अजगर को पकड़ा गया। इंस्पेक्टर रामेश्वर दास ने बताया कि यह इंडियन रॉक पायथन प्रजाति का अजगर है। वन्यप्राणी विभाग की टीम ने जब इस अजगर को पकड़कर देखा तो उसके शरीर पर कहीं चोट का निशान नहीं था। यह स्वस्थ अजगर मादा है जो करीब 5 साल का है। टीम ने प्राथमिक तौर पर उनकी जांच कर उसे धान्सू रोड स्थित जंगल में छोड़ दिया।

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इंडियन रॉक पायथन प्रजाति का अजगर को रास आ रही हिसार की जलवायु

हिसार की जलवायु इंडियन रॉक पायथन प्रजाति के अजगरों को रास आ रही है। पिछले एक साल से भी कम समय में हिसार जिले में वन्यप्राणी विभाग की टीम ने 5 अजगर पड़े है। इससे पूर्व भी कई अजगर पकड़े जा चुके है। ये इंडियन रॉक पायथन प्रजाति के ही थे। ऐसे में इंस्पेक्टर रामेश्वरदास का कहना है कि हिसार की जलवायु इनके रहने के लिए बेहतर नजर आ रही है। वैसे तो यह प्रजाति अरावली की पहाड़ियों में पाए जाती है। संभावना है कि अजगरों का कोई जोड़ा नहर के माध्यम से हिसार में आ गया होगा। पिछले कई सालों में हमें अजगर के बच्चे भी मिले है यानि इनका प्रज्जनन भी यहां हो रहा है। ऐसे में हिसार की जलवायु में ये अपना जीवन आसानी से बसर कर पा रहे है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट के आसपास इनकी संख्या बढ़ी है।

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ऐसे पकड़ा अजगर : दोपहर करीब 2 बजे इंस्पेक्टर रामेश्वर दास को पॉलिटेक्निक संस्थान में अजगर होने की सूचना मिली। टीम दूसरे क्षेत्र में निरीक्षण के लिए भेजी हुई थी। उन्होंने गांव सुलखनी के ईश्वर को बुलाया। ईश्वर सांप पकड़ना जानता है। पिछले कई सालों से सांप पकड़ने में वन्यप्राणी विभाग की मदद कर रहा है। ईश्वर व रामेश्वरदास संस्थान में गए। वहां पर अजगर गडढ़े में छिप गया था। संस्थान में मौजूद 5-6 लोगों की मदद से गडढा खोदकर रामेश्वरदास ने अपने नेतृत्व में ईश्वर की मदद से अजगर को गडढ़े से बाहर निकाला गया।

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ये भी जानें :

- 8 जनवरी 2021 को राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में 5 साल का 8 फीट लंबा मादा अजगर पकड़ा।

- 5 अक्टूबर 2020 को जीजेयू दीवार के पास खड़ी गाड़ी में पायथन प्रजाति का ढाई साल का करीब 8 फीट लंबा मादा अजगर मिला।

- जुलाई 2019 को हिसार एयरपोर्ट पर इंडियन रॉक पायथन प्रजाति का मादा अजगर मिला था।

- ट्रैक्टर ट्रेनिग सेंटर (टीटीसी) : टीटीसी में वन्यप्राणी विभाग की टीम ने करीब 5 माह का 3 फीट लंबा अजगर पकड़ा। - बरवाला : थर्मल माइनर के पास करीब डेढ़ साल उम्र का 5 फीट लंबा अजगर मिला। - चुली बागडियान : चुली बागडियान गांव में टीम ने 6 माह का करीब 5 फीट लंबा अजगर पकड़ा। - जून 2019 में दुनिया के जहरीलें सांपों की प्रजाति में से एक ईस्टर्न ब्राउन स्नेक हिसार एयरपोर्ट बाउंडरी में मिला था।

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गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी के पास दिल्ली रोड स्थित पॉलिटेक्निक संस्थान में 5 साल का करीब 8 फीट लंबा मादा अजगर मिला है। जिस पर कोई चोट का निशान नहीं था। उसे जंगल में छोड़ा गया है। हिसार में अजगरों का कुनबा बढ़ रहा है। उन्हें हिसार की जलवायु रास आ रही है।

- रामेश्वरदास, सीनियर इंस्पेक्टर, वन्य-प्राणी विभाग हिसार।


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