तीन कोर्सो में 8814 आवेदन, प्रवेश परीक्षा में बैठे 7151 विद्यार्थी
एचएयू में विभिन्न कोर्सों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में 1663 विद्यार्थी रहे अनुपस्थित
- एचएयू में विभिन्न कोर्सों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा में 1663 विद्यार्थी रहे अनुपस्थित
- कुलपति व कुलसचिव ने लिया परीक्षा केंद्रों का जायजा फोटो-
जागरण संवाददाता, हिसार।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन ने रविवार को विभिन्न कोर्सों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित हुई। एचएयू में दाखिले के लिए विद्यार्थियों में काफी उत्साह दिखता है। प्रदेशभर से विद्यार्थी एचएयू में दाखिला पाने की इच्छा रखते हैं। इसी के तहत रविवार को बीएससी एग्रीकल्चर, एमएससी होम साइंस और एमएससी एग्रीकल्चर कोर्सों की प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी। तीनों कोर्सों में 8814 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था जिसमें से 7151 परीक्षा में सम्मलित हुए। वहीं प्रवेश परीक्षा में 1663 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। इसमें 8055 बीएससी एग्रीकल्चर चार वर्षीय कोर्स, 639 एमएससी एग्रीकल्चर व 120 ने एमएससी गृह विज्ञान के लिए आवेदन आए थे। जबकि एमएससी एग्रीकल्चर में कुल 506 परीक्षार्थियों, एमएससी होम साइंस में 95 परीक्षार्थियों और बीएससी एग्रीकल्चर चार वर्षीय कोर्स के लिए 6550 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। प्रवेश परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी परीक्षा केन्द्रों पर पुख्ता प्रबंध किए थे। इन प्रवेश परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय व विश्वविद्यालय से बाहर के कर्मचारियों की परीक्षा केंद्रों पर ड्यूटी लगाई गई थी।
कुलपति सहित पूरे दलबल ने दिनभर परीक्षा केंद्रों पर किया दौरा
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर काम्बोज, कुलसचिव डा. राजवीर सिंह व ओएसडी डा. अतुल ढींगड़ा ने परीक्षा केंद्रों का दौरा किया व परीक्षाओं का जायजा लिया। उन्होंने उम्मीदवारों की सुविधा तथा परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए की गई व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। कुलपति प्रोफेसर काम्बोज ने बताया कि विभिन्न कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा का आयोजन कोरोना महामारी के चलते केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी हिदायतों का पालन करते हुए किया गया। सभी परीक्षा केंद्रों को परीक्षा से पहले सेनेटाइज कराया गया था और शारीरिक दूरी व मास्क का भी विशेष ध्यान रखा गया था।
साइन बोर्ड भी लगाए
विश्वविद्यालय में लगाए गए साइन बोर्डों की वजह से किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा। सभी परीक्षार्थियों को विश्वविद्यालय की ओर से ही परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर हाथ सेनेटाइज करवाने व फेस मास्क मुहैया करवाने के बाद ही परीक्षा केंद्र में भेजा गया।