हरियाणा के एकमात्र कैंसर संस्थान में इलाज के अलावा विशेष सुविधा पर खर्च होंगे 60 करोड़
झज्जर के बाढ़सा स्थित कैंसर संस्थान में आने वाले मरीजों और तिमारदारों को ठहरने की सुविधा मिलेगी। 800 बिस्तरों के विश्राम सदन का का डॉ. हर्षवर्धन ने भूमि पूजन किया है।
बादली (झज्जर) जेएनएन। झज्जर में बनाए जा रहे हरियाणा के सबसे बढ़े कैंसर संस्थान में बेहद कम खर्च में कैंसर का तो इलाज होगा ही साथ ही एक विशेष तरह की सुविधा भी मिलेगी। जिसके तहत केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने कहा कि कैंसर से पीडि़त लोगों का जल्द से जल्द इलाज हो तथा उन्हें इलाज के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़े। इसके लिए राष्ट्रीय कैंसर संस्थान बाढ़सा में आवश्यक कदम निरंतर उठाए जा रहे हैं।
दिल्ली स्थित एम्स में कैंसर से पीडि़त लोगों की लगने वाली लंबी लाइन कम करने के लिए बाढ़सा स्थित संस्थान अपनी अहम भूमिका निभा सकता है। डा. हर्षवर्धन बाढ़सा स्थित संस्थान में 60 करोड़ रुपये की लागत से 800 बिस्तरों का इन्फोसिस विश्राम सदन का भूमि पूजन करने के उपरांत संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह विश्राम सदन लगभग दो वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। कैंसर के मरीजों व उनके साथ आने वाले लोगों के लिए वरदान साबित होगा। चूंकि पीडि़त मरीजों को कीमो थेरेपी व ऑपरेशन के बाद लंबे समय तक रहकर विभिन्न प्रकार की जांचों से गुजरना पड़ता है। विश्राम सदन बनने के बाद उन्हें ठहरने के लिए कोई परेशानी नहीं होगी।
आने वाले समय में कैंसर संस्थान बाढ़सा में हरियाणा से हीं नही अपितु देशभर से पीडि़त कैंसर का इलाज कराने के लिए आएंगे। अस्पताल में इलाज के लिए आए हुए मरीज के साथ उनके परिचित व रिश्तेदारों को सड़क व फर्श पर बैठे रहना पड़ता था, अब उन्हें रहने के लिए अच्छी जगह मिल सकेगी। जिससे वे मरीजों के देखभाल के लिए अच्छा कार्य कर सकेंगे। डा. हर्षवर्धन ने कहा कि जमीन इत्यादि की व्यवस्था सरकार ने की है तथा विश्राम सदन का निर्माण इन्फोसिस द्वारा किया जाएगा।